रेलवे के नियम दरकिनार, खाद्य पदार्थ विक्रेताओं से खतरा अधिक !
बडनेरा स्टेशन पर धडल्ले से होता रेल मार्ग पार

बडनेरा/ दि. 17– मुंबई में लोकल ट्रेन में हुई दुर्घटना की पृष्ठभूमि पर बडनेरा रेल्वे स्टेशन पर यात्री कितने सुरक्षित है. इसकी जांच करने पर यहां अत्यंत धीमी गति से शुरू विकास काम को तथा रेलवे के नियमों को दर किनार कर खाद पदार्थ विके्रताओं के मनमाने कारभार का ही खतरा अधिक दिखाई दे रहा है. यात्रियों ने यह मुद्दा उपस्थित किया है.
हाल ही में सेंट्रल ब्रिज के कामों की शुरूआत हो गई है. विकास काम होना ही चाहिए. उसका किसी को भी विरोध नहीं. किंतु दी गई अवधि की अपेक्षा दुगना समय लगने से यात्री परेशान हो गये हैं. खाद्य पदार्थ विक्रेताओं की प्लॅट्फार्म पर जहां जगह मिले वहां गाडियां खडी रहती है.
* दोनों सरकती सीढियां प्लॅटफॉर्म के एक साइड में
बडनेरा रेलवे स्टेशन पर सरकते जीने अप साइड में है. उसके बाद भी वृध्द, अपंग यात्रियों को प्लॅटफार्म के दूसरे साइड में डिब्बे में बैठने के लिए लंबी दूरी का सामना करना पडता है.
* संख्या क्या बता रही है
बडनेरा लोहमार्ग पुलिस थाने में विविध प्रकार के अपराध में 67 अपराध दर्ज है. इसमें अधिकांश मोबाइल, सोने के गहने ऐसी घटनाओं का समावेश है.
* रेलवे के दरवाजे पर बैठनेवालों को कौन संभालेगा
दौडती रेलवे गाडी में अनेक यात्री दरवाजे में बैठते हैं इस प्रकार यात्रियों की ओर से नियमों का उल्लंघन होता है. वे स्वयं ही अपनी जान खतरे में डालते हैं. सैकडों यात्री होते है. पुलिस कहां- कहां ध्यान देगी. यह सवाल उठा है.
* रेलवे पटरी लांघते समय दुर्घटना हुई तो
बडनेरा रेलवे स्टेशन को अनेक भागों में सुरक्षा दीवार खडी की गई है. डाउन साइड में सैकडों लोग रेलवे पटरी लांघकर अपने दैनिक व्यवहार के लिए आना जाना करते हैं. यह खतरनाक पाइंट है. यहां भुयारी मार्ग का निर्माण करने की मांग नागरिकों की ओर से की जा रही है.





