राजेश इंगले का हत्यारोपी धरा गया
दर्यापुर पुलिस व ग्रामीण एलसीबी ने लिया हिरासत में

* आरोपी ओम देशमुख ने अपराध भी कबूला
* इंगले द्वारा पिता को लेकर गाली दिए जाने पर मारा था सिर पर डंडा
दर्यापुर /दि.26- दो दिन पूर्व अमरावती मार्ग पर धनंजय लॉज के निकट सैनिक कॉलोनी निवासी राजेश इंगले का शव बरामद हुआ था. जिसके बाद दर्यापुर पुलिस सहित ग्रामीण अपराध शाखा के दल ने बडी तेजी के साथ मामले की जांच करते हुए दो दिन के भीतर ओम देशमुख (19, तहसील कार्यालय परिसर, दर्यापुर) नामक युवक को संदेह के आधार पर अपनी हिरासत में लिया. जिसने पुलिस द्वारा की गई पूछताछ के बाद अपना अपराध भी कबूल कर लिया. साथ ही आरोपी ओम देशमुख ने पुलिस को बताया कि, वह विगत 5-6 वर्षों से तहसील कार्यालय के नक्कल विभाग में कार्यरत रहनेवाले राजू इंगले को जानता था और उन दोनों की अक्सर ही बातचीत हुआ करती थी. घटना वाले दिन रात के समय ओम देशमुख की राजू इंगले के साथ तहसील कार्यालय के पास सहज मुलाकात हुई थी और बातचीत के दौरान राजू इंगले ने ओम के पिता को लेकर कुछ आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था. जिससे गुस्सा होकर ओम देशमुख ने लकडी के मोटे डंडे से राजू इंगले के सिर पर जोरदार वार किया था. जिसके बाद वह वहां से चला गया. वहीं दूसरी ओर सिर पर लगी जबरदस्त चोट के चलते बुरी तरह घायल राजू इंगले की मौके पर ही मौत हो गई थी. जिसका खुलासा अगले दिन सुबह हुआ था.
बता दें कि, दर्यापुर शहर के सैनिक कॉलोनी में रहनेवाले राजेश इंगले (55) नामक व्यक्ति की सोमवार रात तहसील कार्यालय के पास स्थित धनंजय लॉज के पीछे हत्या कर दी गई थी और इस घटना का खुलासा तब हुआ जब मंगलवार की सुबह राजेश इंगले का रक्तरंजित शव बरामद हुआ. इसके बाद दर्यापुर पुलिस सहित ग्रामीण पुलिस की अपराध शाखा द्वारा अपने-अपने स्तर पर इस मामले की जांच करनी शुरु की गई. जिसके तहत हत्या की वारदात घटित होने से पहले राजेश इंगले की सोमवार की शाम तक फोन पर किन-किन लोगों से बातचीत हुई, इस बात की जांच पुलिस द्वारा की गई. साथ ही घटनास्थल से गायब रहनेवाले राजेश इंगले के मोबाइल फोन की खोजबीन करनी शुरु की गई. इसी दौरान मृतक राजेश इंगले के संपर्क में रहनेवाले कई लोगों के बयान दर्ज करने के साथ ही उनसे पूछताछ भी की गई और संदेह के आधार पर ओम देशमुख को हिरासत में लेकर उससे कडाई के साथ पूछताछ की गई, तो ओम देशमुख ने अपना अपराध कबूल करते हुए राजेश इंगले को मौत के घाट उतारने की बात स्वीकार कर ली. साथ ही राजू इंगले को मौत के घाट उतारने की वजह भी बताई.
यह कार्रवाई ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद, अपर पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत व दर्यापुर के उपविभागीय पुलिस अधिकारी सतीश कुलकर्णी के मार्गदर्शन तथा ग्रामीण अपराध शाखा के प्रमुख पीआई किरण वानखडे व दर्यापुर पुलिस स्टेशन के थानेदार सुनील वानखडे के नेतृत्व में अपराध शाखा के एपीआई सचिन पवार, पीएसआई सागर हटवार, नितिन इंगोले व मुलचंद भांबूरकर, दर्यापुर पुलिस स्टेशन के एपीआई अभय चौथनकर, पीएसआई नितिन दांदले, अपराध शाखा के पुलिस कर्मी सुनील महात्मे, रवींद्र बावने, गजेंद्र ठाकरे, सचिन मिश्रा, शकील चव्हाण, सैयद अजमत, सुधीर बावने, चेतन दुबे, नीलेश डांगोरे, युवराज मानमोठे, रवींद्र वर्हाडे, स्वप्निल तंवर, मंगेश लकडे, सचिन मसांगे, दिनेश कनोजिया, पंकज फाटे, सागर नाठे, शांताराम सोनोने व दर्यापुर पुलिस स्टेशन के पुलिस कर्मी उमेश वाकपांजर, सिद्धार्थ आठवले, दीपक रेलकर, चंद्रकांत खंडार, नीलेश कावतकर, संतोष वालसिंगे, रवि धनोरकर, साईबर पुलिस स्टेशन के पोहेकां सागर धापड, शिवा सिरसाट, रितेश गोस्वामी, विकास अंजीकर, चालक पोहेकां संजय प्रधान, मनोज घवले, हर्षद घुसे व पोकां प्रशिक वानखडे के पथक द्वारा की गई.





