राजकमल रेलवे उडानपुल जल्द गिराया जाएगा

चार माह में ‘डिस्मेंटलिंग’ का काम पूरा करने का नियोजन

अमरावती/दि.1 – सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही के लिए विगत एक माह से बंद रहनेवाले राजकमल चौक से रेलवे स्टेशन की ओर आनेवाले उडानपुल को आखिरकार पूरी तरह से जमींदोज करने की तैयारी मध्य रेलवे द्वारा शुरु कर दी गई है. इस रेलवे उडानपुल की सुरक्षा को लेकर जिलाधीश आशीष येरेकर ने मध्य रेलवे के भुसावल विभाग को आवश्यक निर्देश दिए थे. उसमें कहा गया था कि, उडानपुल को भले ही सभी तरह के वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है और अब इस उडानपुल के उपर से वाहनों की भले ही कोई आवाजाही नहीं हो रही. परंतु उडानपुल के नीचे से होनेवाली रेलगाडियों की आवाजाही को सुरक्षित रखने हेतु आवश्यक उपाय त्वरीत किए जाए. जिसके चलते अब मध्य रेलवे ने रेलवे उडानपुल के उपरी हिस्से को तोडने के साथ ही पूरे उडानपुल को गिराकर धराशाही करने का नियोजन करना शुरु किया है.
बता दें कि, सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग द्वारा किए गए स्ट्रक्चरल ऑडिट के मुताबिक इस रेलवे पुल को वाहनों की आवाजाही के लिहाज से असुरक्षित घोषित किया गया था. जिसके बाद 25 अगस्त से इस रेलवे पुल को तमाम तरह के छोटे-बडे वाहनों सहित पैदल राहगिरों की आवाजाही के लिए जिलाधीश के आदेशानुसार पूरी तरह से बंद कर दिया गया. परंतु इस रेलवे पुल के नीचे से रोजाना ही दर्जनों रेलगाडियों की आवाजाही होती रहती है. ऐसे में संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए जिलाधीश ने विगत 18 सितंबर को रेलवे एवं सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग को रेलवे पुल का संयुक्त निरीक्षण करते हुए इस पुराने, जर्जर व खस्ताहाल रेलवे पुल के नीचे से होनेवाली रेलगाडियों की आवाजाही को रोकने अथवा रेलगाडियों का परिचालन कहीं अन्य से करने के बारे में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था. जिसके बाद रेलवे एवं सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों सहित स्ट्रक्चरल ऑडिट सलाहकार के संयुक्त पथक ने इस रेलवे पुल का मुआयना किया. जिसकी रिपोर्ट में कहा गया कि, फिलहाल इस रेलवे पुल के नीचे से हो रही रेलगाडियों की आवाजाही के लिए कोई भी खतरा नहीं है. चूंकि रेलवे पुल के उपर से वाहनों की आवाजाही को पूरी तरह से रोक दिया गया है. जिसके चलते रेलवे पुल पर कोई ‘गतिमान भार’ नहीं है और यह पुल अपना खुद का ‘डेड लोड’ वहन करने में पूरी तरह से सक्षम है. अत: फिलहाल रेलवे पुल के नीचे से होनेवाली रेलगाडियों की आवाजाही को रोकने अथवा कहीं अन्यत्र स्थलांतरित करने की कोई जरुरत नहीं है.
इसके साथ ही यह जानकारी भी सामने आई है कि, शहर के बीचोबीच स्थित रेलवे पुल के महत्व को ध्यान में रखते हुए पुल का नए सिरे से निर्माण करने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है. जिसके तहत रेलवे पुल को ‘डिस्मेंटलिंग’ यानि पूरी तरह से तोडने की योजना को अंतिम रुप देने और इस काम हेतु होनेवाले खर्च का अनुमान लगाने की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है. इसके लिए निविदा प्रक्रिया के पूर्ण होने पर रेलवे विभाग द्वारा पुल को गिराने का काम अनुमानित चार माह के भीतर पूरा करने का नियोजन किया जा रहा है.

Back to top button