4.34 लाख लाभार्थियों का राशन धान्य लाभ खतरे में
बार-बार समयावृद्धि देने पर भी नहीं कराई ई-केवाईसी

अमरावती /दि.17 – राशन कार्ड में नाम दर्ज रहनेवाले प्रत्येक लाभार्थी का ई-केवाईसी करना राज्य सरकार द्वारा अनिवार्य किया गया है. मोबाइल एप अथवा राशन दुकान पर ई-पॉस मशीन के जरिए यह प्रक्रिया बडी आसानी के साथ पूरी की जा सकती है. जिले में 20.36 लाख राशन लाभार्थी है. जिसमें से 4.34 लाख लाभार्थियों द्वारा इस प्रक्रिया को पूरा नहीं किया गया है. जिसके चलते उनके राशन धान्य का लाभ बंद होने की पूरी संभावना है.
सरकार द्वारा अंत्योदय व प्राधान्य गट के लाभार्थियों को निशुल्क राशन धान्य की आपूर्ति की जाती है. यह लाभ केवल जरुरतमंद लोगों को ही मिले और योजना में कोई अपात्र व्यक्ति शामिल न हो पाए, इस हेतु राशन लाभार्थियों की ई-केवाईसी की प्रक्रिया को अनिवार्य किया गया है. इसके लिए विगत करीब दो वर्षों से आपूर्ति विभाग द्वारा लाभार्थियों से लगातार आवाहन किया जा रहा है और यह प्रक्रिया पूरी करने हेतु अब तक करीब 4 से 5 बार समयावृद्धि भी दी गई है. लेकिन इसके बावजूद जिले के 21 फीसद लाभार्थियों द्वारा यह प्रक्रिया पूरी नहीं की गई. जिसके चलते अब ऐसे लाभार्थियों को मिलनेवाले राशन लाभ को बंद कर दिए जाने की पूरी संभावना दिखाई दे रही है. ऐसे में जिन लाभार्थियों ने अब तक ई-केवाईसी की प्रक्रिया नहीं की है, उनसे तुरंत यह प्रक्रिया पूरी करने का आवाहन आपूर्ति विभाग द्वारा की गई है.
* क्यों जरुरी है ई-केवाईसी?
ई-केवाईसी की प्रक्रिया एक तरह से राशन लाभार्थियों की पडताल है. कई लाभार्थी मृत हो चुके है. ऐसे में उनके स्थान पर प्रतीक्षा में रहनेवाले अन्य लाभार्थियों को राशन का लाभ मिल सकता है. साथ ही आपूर्ति विभाग के पास राशन लाभार्थियों का डेटा भी उपलब्ध होता है और यदि कोई अपात्र लाभार्थी निशुल्क राशन का लाभ ले रहा है, तो उसे मिलनेवाले लाभ को तत्काल बंद भी किया जा सकता है.
* राशन धान्य का लाभ नियमित शुरु रखने हेतु राशन लाभार्थियों द्वारा ई-केवाईसी करना आवश्यक है. जिन्होंने इस प्रक्रिया को अब तक पूरा नहीं किया है, उन्होंने अपनी ई-केवाईसी जल्द से जल्द पूरी कर लेनी चाहिए.
– निनाद लांडे
जिला आपूर्ति अधिकारी.





