जीएमसी की जगह पर पुन: मतभेद

संजय खोडके ने सदन में उठाया प्रश्न

* रवि राणा कौंडण्यपुर रोड पर करवा चुके हैं भूमिपूजन
अमरावती/दि.12-अमरावती शाासकीय चिकित्सा महाविद्यालय शुरु हुए पहला सत्र भी पूरा नहीं हुआ कि, इसकी प्रस्तावित जगह को लेकर शहर के धुरंधर राजनेताओं और जनप्रतिनिधियों में मतभेद सतह पर आ रहे हैं. बडनेरा के विधायक रवि राणा कौंडण्यपुर रोड के मौजे आलियाबाद वडद में जीएमसी का भूमिपूजन करवा चुके हैं. बावजूद इसके, अनेक राजेनता उक्त स्थान का विरोध कर रहे हैं. उच्च सदन के सदस्य संजय खोडके ने हालही में सदन में पुन: यह विषय उपस्थित कर शासन-प्रशासन से जगह को लेकर पुनर्विचार की मांग की है.
* 10 किमी दूर कौन जाएगा?
राकांपा नेता संजय खोडके ने विधान परिषद में जीएमसी की प्रस्तावित इमारत के शहर से दूर होने का मुद्दा उपस्थित किया. उन्होंने कहा कि, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय का शहर से 10 किमी दूर होना आम लोगों को इसके लाभ से वंचित कर सकता हैं. मेडिकल कॉलेज की ओपीडी शहर से दूर होना गांव देहात से आए मरीजों के रिश्तेदारों के लिए खर्चिला और दुभर होगा. इसलिए मेडिकल कॉलेज की प्रस्तावित जगह बदलने पर विचार होना चाहिए. आखिर उसका उद्देश्य सामान्य लोगों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाना है. विभाग की पूरक मांगों पर चर्चा में भाग लेते हुए खोडके ने यह मुद्दे उपस्थित किए.
* 400 करोड मंजूद का दावा
उधर सत्तापक्ष के साथ एकसाथ लगतार जुडे रहे युवा स्वाभिमान विधायक रवि राणा ने आलियाबाद वडद में ई-क्लास जमीन पर जीएमसी साकार होने का दावा कर केंद्र से 400 करोड रुपए का पहला चरण मंजूर कराने का दावा भी किया. उन्होंने कहा कि, मेडिकल कॉलेज के लिए कोंडेश्वर के पास आलियाबाद वडद में पिछले वर्ष ही भूमिपूजन हो चुका हैं. वहां सुसज्ज अस्पताल, क्लासेस, विद्यार्थी होस्टेल, डॉक्टरों के निवास और अन्य सुविधाएं होने वाली हैं. जिसपर 1300 करोड का खर्च अपेक्षित है.
* अमरावती में आयी थी टीम
उल्लेखनीय हैं कि, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के स्थान का चयन करने एक समिति गठित की गई थी. समिति ने शहर से करीब 12 किमी दूर कोंडेश्वर रोड के स्थान का चयन किया. अब यह जगह दिक्कतवाली बतायी जा रही है. मेलघाट के मरीजों को 150 किमी का फासला तय कर अमरावती आना पडता हैं. अमरावती में भी पहुंचने के बाद भी उन्हें और आगे 12 किमी जाना पडेगा. तब जाकर स्वास्थ्य सेवा मिलेगी.

 

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