‘वैट हटाओ परमिट रूम बचाओ’
जिले में 575 बार बंद, 4 करोड का बिजनेस ठप्प

* महाराष्ट्र में 20 हजार से ज्यादा बार व परमिट रुम में रही हडताल
* वैट, लाइसेंस फीस, एक्साइज ड्यूटी बढने से होटल एसोसिएशन नाराज
* बार संचालकों का जोरदार प्रदर्शन
* 10 प्रतिशत वैट वृध्दि और 15 प्रतिशत फीस वृध्दि रद्द कर अमरावती/ दि. 14- 10 प्रतिशत वैट बढोत्तरी और 15 प्रतिशत लाइसेंस फीस बढोत्तरी के खिलाफ अमरावती जिला परमिट रूम असो. द्बारा आज आयोजित राज्यव्यापी बार बंद आंदोलन में जोरदार सहभाग दर्शाया गया. इर्विन चौक से बाबासाहब की प्रतिमा को मार्ल्यापण कर बार संचालकों ने मोर्चा निकाला. हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया. तख्तियों पर अपनी मांगों के समर्थन में बार संचालकों ने नारे लिखे थे. जिसमें 10 प्रतिशत वैट हटाओ, वैट हटाओ परमिट रूम बचाओे जैसे नारों का समावेश रहा. बार संचालकों ने नितिन मोहोड, संजय मानकर, अनिल तरडेजा, जयंत वाकोडे, आशीष देशमुख, मदन जायसवाल, संजय छाबडा आदि की अगुआई में जिलाधीश को निवेदन देने के साथ कलेक्ट्रेट पर घंटों धरना प्रदर्शन किया.
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने बार की लाइसेंस फीस में बढोत्तरी करने के साथ विदेशी शराब पर टैक्स में भारी भरकम 15 से 60 प्रतिशत तक बढोत्तरी की है. जिसकी पूरे प्रदेश में बार संचालक मुखालफत कर रहे हैं. परमिट रूम संचालकों ने बताया कि प्रदेश में 20 हजार से अधिक बार और रेस्टॉरेंट आज बंद है. जिससे हडताल में बार और रेस्टॉरेंट में काम करनेवाले मिलाकर लाखों लोग आज के संप में शामिल माने जा सकते हैं.
जिला परमिट रूम असों. का दावा है कि पिछले कुछ वर्षो में फीस और दरवृध्दि के कारण जिले में दो दर्जन बार बंद हो चुके हैं. राज्य में यह आंकडा 1100 से अधिक रहने का दावा कर बताया गया कि आज के आंदोलन में शहर के 125 और जिले के 450 इस प्रकार 575 बार तथा रेस्टॉरेंट पर आज ताले रहे. मोटे तौर पर 4 करोड से अधिक का कारोबार ठप रहा. बार संचालकों ने आगे बेमियादी हडताल का दावा किया. आंदोलन को सफल बनाने उपरोक्त नेताओं के साथ गजानन राजगुरे, विनोद रहाटे, दिगंबर गुल्हाने, सतपाल सिंह अरोरा, विनोद भगत, राजू मूले, सूर्यकांत जायसवाल, आकाश शिरभाते, आशीष बेतरिया, रोहित खुराना, प्रशिक पटोकार, ज्ञानेश्वर ठाकरे, अंगद देशमुख, लाठी नंदा, सुरेश चांदवानी सहित अनेकानेक का साथ सहयोग रहा.
जिलाधीश को दिए निवेदन में अमरावती जिला देशी- विदेशी शराब विक्रेता संगठन, अमरावती शहर परमिट रूम असो., जिला परमिट रूम असो ने एक्साइज के जिला प्रमख अधिकारी के नाते जिलाधीश से टैक्स और फीस वृध्दि के कारण संकट में आए परमिट रूम व्यवसाय को न्याय दिलाने की विनती की गई.





