जनसुरक्षा कानून रद्द करें
कांग्रेस का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन

* दो रोज पहले ही पास हुआ है कानून
* पार्टी ने बताया अभिव्यक्ति पर आघात
अमरावती/दि.17-दो रोज पहले विधान मंडल से पारित राज्य के नए जनसुरक्षा कानून का कांग्रेस ने आज राज्यव्यापी प्रदर्शन और निवेदन देकर विरोध किया. अमरावती में भी जिलाधिकारी कार्यालय पर कांग्रेस नेता, कार्यकर्ता बडी संख्या में पहुंचे. कलेक्टर को निवेदन दिया गया जिसमें नए कानून को अभिव्यक्ति स्वतंत्रता पर बंधनकारक और लोगों का आंदोलन का अधिकार छीनने वाला बताया. उसी प्रकार यह भी आरोप लगाया कि, यह लोकशाही व्यवस्था के मूलभूत सिद्धातों के विरोध में है. कांग्रेस ने कहा कि, इस कानून में संविधान विरोधी प्रावधान है. सामान्य लोगों के अधिकारों को छीनने वाला एवं हुकूमशाही लाने वाला कानून रद्द करने की सीधीसाफ मांग कांग्रेस ने की. सांसद बलवंत वानखडे, पूर्व विधायक यशोमति ठाकुर, पूर्व विधायक डॉ. सुनील देशमुख, शहर अध्यक्ष बबलू शेखावत के नेतृत्व में निवेदन दिया गया.
इस समय पूर्व महापौर विलास इंगोले, मिलींद चिमोटे, दिलीप एडतकर, किशोर बोरकर, आसीफ तवक्कल, महिला अध्यक्ष जयश्री वानखडे, नीलेश गुहे, वैभव देशमुख, विनोद मोदी, बालासाहेब भुयार, पूर्व नगरसेवक मुन्ना राठोड, उपाध्यक्ष संजय वाघ, महासचिव विनोद मोदी, पूर्व महापौर अशोक डोंगरे, पूर्व महापौर वंदना कंगाले, कीर्तीमाला चौधरी, वंदना थोरात, अनिला काझी, शिल्पा राऊत, अस्मा परवीन, कलाम ठेकेदार, भारती क्षीरसागर, नेहा बागडे, सलीम बेग, प्रदीप हिवसे, विजय वानखडे, सुनील जावरे, गजानन जाधव, फिरोज शाह, समीर जवंजाल, डॉ.मतीन अहेमद, राजीव भेले, गजानन राजगुरे, डॉ.संजय शिरभाते, गजानन रडके, डॉ. आबीद हुसैन, शेख अफजल चौधरी, अनिल माधोगढीया, सतीश मेटांगे, रमेश राजोटे, अभिनंदन पेंढारी, किरण साऊरकर, विकास धोटे, अरुण बनारसे, अरुण जयस्वाल, विजय चौधरी, मोहम्मद साबीर, शाहीन शाह, विजय खंडारे, विजय बर्वे, मोहम्मद निजाम, भैयासाहेब निचल, अमर देशकर, सतीश काले, नितीन काले, संकेत साहू, सौरभ तायडे, शुभम बांबल, स्वप्नील साव, सोमेश्वर गौड, उमेश घोडकी, रोहन चिमोटे, तुषार राऊत, संजय मोरे, मोहम्मद शरीफ शेख हबीब, शेख मुश्ताक, किशोर पाटील, अतुल कालबेंडे, संजय बोबडे, प्रकाश पहूरकर, विक्की वानखडे, राजेश उपलकर, नाना बारबुद्धे, अक्रम अली, इस्रार आलम, अजय कुबडे, प्रशांत मोखडे, चेतन कांडलकर, सूरज खैरे, प्रथमेश गावंडे, अशोक राऊत, जे.जे.मडावी, छत्रपति राऊत, सुभाष चव्हाण, हिरामण गावंडे, जगदीश तायडे, रवि ढोले, गवई, किर्दक सहित पदाधिकारी और कार्यकर्ता बडी संख्या में उपस्थित थे.





