फनले मिल के लिए दिल्ली तक दौड
अचलपुर के विधायक प्रवीण तायडे ने जगाई की आशा की किरण

अमरावती/दि.8-अचलपुर की ऐतिहासिक फिनले मिल जो कभी हजारों परिवारों की आजीविका का मुख्य स्रोत थी, पिछले चार-पांच सालों से बंद है. इस मिल में काम करने वाले 800 से 900 दिहाड़ी मजदूर आज भी अपने बकाये का इंतजार कर रहे हैं. 31 महीने से बकाये और रोजगार न मिलने से मजदूरों के सामने भूखमरी की नौबत आ गई है. अचलपुर विधायक प्रवीण तायडे ने इस संकट का समाधान निकालने के लिए दिल्ली तक दौड लगाकर प्रयास शुरु किए है. विधायक प्रवीण तायडे ने कल प्रतिनिधियों के साथ दिल्ली पहुंचकर उद्योग मंत्रालय में केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह से सकारात्मक चर्चा की. इस चर्चा में अचलपुर विधायक प्रवीण तायडे ने फिनले मिल के संबंध में तीन ठोस मांगों को मजबूति के साथ रखा. इनमें श्रमिकों को 31 माह का बकाया वेतन तुरंत देने, फिनले मिल को फिरसे शुरु करने, और सभी श्रमिकों को फिरसे रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की मांग की. इस बैठक में दिल्ली से आए वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और सकारात्मक प्रतिसाद दिया.
* यह नेतृत्व आशा की किरण है
ये पूरा संघर्ष सिर्फ नारों तक सीमित नहीं रहा है, बल्कि अचलपुर को सीधे कार्रवाई करने वाले नेतृत्व का लाभ मिला है। ये वो सच्चे प्रतिनिधि हैं जिन्होंने संकट के समय संघर्ष किया और आज अचलपुर के बदलाव की प्रक्रिया इसी सशक्त नेतृत्व से आगे बढ रही है.





