संजय राऊत ही सबसे पहले फुटनेवाले थे, पार्टी हाईजैक करने का प्रस्ताव भी रखा था

मंत्री गुलाबराव पाटिल के दावे से मचा हडकंप

मुंबई/दि.23 – राज्य की महायुति सरकार के मंत्री व शिंदे गुट के वरिष्ठ नेता गुलाबराव पाटिल ने शिवसेना उबाठा के प्रवक्ता व सांसद संजय राऊत को लेकर एक बडा रहस्योद्घाटन किया है. जिससे राज्य की राजनीति में अच्छा-खासा उबाल आ गया है. पाटिल द्वारा किए गए दावे के मुताबिक संजय राऊत ही सबसे पहले उद्धव ठाकरे से अलग होने के मूड में थे और संजय राऊत ने ही एकनाथ शिंदे के सामने पार्टी में बगावत करते हुए पार्टी को हाईजैक कर लेने का प्रस्ताव रखा था. खास बात यह थी कि, कुछ दिन पहले ही शिंदे गुट वाली शिवसेना के नेता शहाजी बापू पाटिल ने भी संजय राऊत को लेकर कुछ इसी तरह का दावा किया था.
उल्लेखनीय है कि, शिवसेना में बगावत हुए अब तीन साल से अधिक समय बीत चुका है. परंतु इसके बावजूद दोनों गुट के नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का दौर अब भी चल रहा है. जिसके तहत संजय राऊत द्वारा रोजाना ही शिवसेना उबाठा का पक्ष रखा जाता है और वे शिवसेना छोडकर जानेवाले लोगों को गद्दार कहते हुए शिंदे गुट के नेताओं की आलोचना का एक भी मौका नहीं छोडते. वहीं अब शिंदे गुट के नेता व राज्य के मंत्री गुलाबराव पाटिल ने दावा किया कि, खुद संजय राऊत ही सबसे पहले बगावत करनेवाले थे और उन्होंने ही शिवसेना को हाईजैक करने का प्रस्ताव एकनाथ शिंदे के सामने रखा था. लेकिन ऐन समय पर संजय राऊत डर गए और रुक गए.
ज्ञात रहे कि, ‘एकदम ओके’ वाले डॉयलॉग से प्रसिद्ध हुए शिंदे गुट के नेता शहाजी बापू पाटिल ने भी कुछ दिन पहले संजय राऊत को लेकर इसी तरह का दावा करते हुए कहा था कि, संजय राऊत भी उनके साथ गुवाहटी आनेवाले थे. लेकिन उस समय 30 से 35 विधायकों ने संजय राऊत के नाम का विरोध किया था. जिसकी वजह से संजय राऊत गुवाहटी नहीं आ पाए थे. यही वजह है कि, इससे चिढकर संजय राऊत आज भी एकनाथ शिंदे की आलोचना करते है. शहाजी बापू पाटिल ने यह भी कहा था कि, इस समय ठाकरे गुट के कई विधायकों को एकनाथ शिंदे का नेतृत्व मानने और जल्द ही राज्य में बडी उथलपुथल दिखाई देगी.

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