सांता स्पेशल, मेरी क्रिसमस व प्लम केक की डिमांड बढी
बेकरीज में क्रिसमस की तैयारियां जोरों पर

* कस्टमाईज केक व गिफ्ट आयटम के लिए पूर्व से ही बुकिंग
अमरावती/ दि. 22 – अनेकता में एकता की विशेषता के कारण देश में विविध धर्म एवं जाति के लोग विविध त्यौहार उत्साह से मनाते है. साथ ही एक दूसरे को बधाईयां देते हैं. हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई हम सब भाई- भाई का नारा देनेवाले देश में अब अंग्रेजी कैलेंडर की समाप्ति एक विशेष त्यौहार के साथ हर साल होती है. अब अंग्रेजी कैलेंडर अनुसार साल का अंतिम त्यौहार क्रिसमस गुरूवार, 25 दिसंबर को उत्साह केे साथ मनाया जाएगा. इस मौके पर ईसाई भाईयों के लिए शहर की विविध बेकरीज में आकर्षक एवं कस्टमाईज केक तैयार किए जा रहे हैं. हमेशा की तरह इस बार भी सांता स्पेशल केक जो प्लम व मावा से बनाया जा रहा है, जिसे क्रिमी स्ट्रक्चर दिया जा रहा है. क्रिसमस का त्यौहार ईसाई परिवार बडे उत्साह के साथ मनाते हैं. चर्च में प्रार्थना करने के पश्चात यह परिवार एक दूसरे को गले मिलकर बधाईयां देते हैं. साथ ही एक दूसरे को मीठे के रूप में मिठाईयां नहीं बल्कि केक खिलाने की प्रथा हैं. इस प्रथा के अनुसार ब्रेड से बने पदार्थो को इस धर्म द्बारा विशेष महत्व दिया जाता है. ऐसे में शहर में ईसाई परिवारों की संख्या भले ही सीमित है. लेकिन उनकी डिमांड अधिक होने से उनके लिए इन दिनों शहर की बेकरीज में आकर्षक व कस्टमाईज तरीके से केक तैयार किए जा रहे हैं. इस सांताक्लॉज व मेरी क्रिसमस जैसे शब्दों के साथ आकर्षक क्रिसमस ट्री से सजाया जा रहा है. इस प्रकार के केक कम से कम आधा किलो में 400 रूपए की रेंज से उपलब्ध हैं. फिर ग्राहकों द्बारा उसे किस प्रकार कस्टमाईज किया जाता है. उसके अनुसार इसकी कीमत बढती जाती है. कुछ तो बच्चों की अपेक्षा अनुसार उसे कॉर्टून कैरेक्टर भी डेकोरेट कर रहे हैं. कुछ फोटो प्रिंट वाले केक को अधिक पसंद कर रहे हैं. शहर में अचानक केक की बढ रही डिमांड से बेकरी व्यवसाय में उत्साह का माहौल दिखाई दे रहा है.
रिच प्लम केक की डिमांड
क्रिसमस में विविध तरह की केक की डिमांड होती है. लेकिन सबसे अधिक प्लम केक को पसंद किया जाता है, वहीं केक जितना अधिक डेकोरे टिव होगा . लोग उतना ही अधिक पसंद करते है. चॉकलेट केक में भी वैरायटी पेश की जा रही है. अन्य वैरायटी में मफिन केक जो बच्चों में अधिक पसंद किया जा रहा है. यह केक 30 रूपए से 110 रूपए तक 3 से 12 पीस में आता है. क्रिसमस में अन्य चीजों में कुकीज, जिंजर कुकीज, अलग शेप्स में तैयार की गई हो, विविध तरह के फ्लेवर्ड केक में स्ट्राबेरी,ब्यूबेरी, किवी, चॉकलेट और ट्रफल केक को भी पसंद किया जाता है.
कस्टमाईज गिफ्ट पैक उपलब्ध
मनभरी के संचालक ओमप्रकाश खेमचंदानी ने बताया कि क्रिसमस सीजन के लिए एक बार ग्राहकों की डिमांड पर एग व एगलेस यानी शाकाहारी केक भी बनाए गये हैं. इस बार भी मनभरी परिवार ने क्रिसमस स्पेशल कलेक्शन पारंपरिक पसंदीदा केकों के साथ- साथ आधुनिक और हेल्दी विकल्पों को भी शामिल किया है. साथ ही वह पूरी तरह शुध्द शाकाहारी होते है. चाहेे क्रिसमस गिफिटंग हो, पारिवारिक समारोह हो या त्यौहार के मौके पर खुद को ट्रीट देना हो, मनभरी के केक हर अवसर के लिए एक भरोसेमंद और स्वादिष्ट विकल्प हैं. ग्राहकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मनभरी के सभी क्रिसमस केक और बेकरी प्रोडक्टस शहर के 7 आउटलेटस राजकमल चौक, कंवरनगर, राजापेठ, गाडगेनगर, कठोरा नाका, शेगांव नाका और साई नगर परिसर में उपलब्ध रहेेंगे.
फ्लेवर्ड की है भरमार
क्रिसमस तथा नववर्ष के स्वागत हेतु कई लोग केक काटकर इस खुशी को जाहीर करते है. इसे देखते हुए इन दिनों बेकरीज में इस फेस्टिव में प्लम केक, फ्रूट केक, ड्राय फ्रूट केक, मार्बल, केक, मिलेट केक, गुड से बना केक, पाउंड केक, मावा केक, साथ ही ब्राउनीज, डोनट्स, मफिन्स और कई अन्य स्वादिष्ट बेकरी प्रोडक्ट्स की आकर्षक रेंज यहां उपलब्ध है. क्रिसमस में स्थानीय ईसाई परिवारों द्बारा ज्यादा तर प्लम केक व मावा केक की डिमांड की जाती है. जिसमें उन्हें क्रिसमस अंकित किया जाता हैं. ऐसी अपेक्षा होती है. खास बात है कि क्रिसमस इन केक को 1 किलो से 7 किलो तक बुक किया जाता है. प्लम केक 110 से 350 रूपए की रेंज मेंं उपलब्ध रहता है. इसके अलावा चॉकलेट ब्राउनी 35 रूपए रूपए पीस, फ्रूट केक 65 रूपए से 190 रूपए 450 ग्राम तक इसके अलावा अन्य केक व पेस्ट्री मफिन क्रिमवाले यह भी सर्वाधिक पसंद किया जाता है.
क्रिसमस प्रेम का पर्व है
क्रिसमस प्रेम का पर्व है. बाइबल हमें यह बताता है कि, ईश्वर ने संसार से ऐसा प्रेम किया कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करता है वह नाश न हो, बल्कि वह अनंत जीवन पाए (योहान 3:16). ईश्वर ने स्वर्ग से पृथ्वी पर अपना स्वयं का पुत्र, यीशू मसीह, भेजकर मानवजाति के प्रति अपने प्रेम की गहराई को प्रकट किया. यीशु का जन्म किसी राजमहल में नहीं, बल्कि एक गरीब गोशाला में हुआ. उन्होंने एक सरल जीवन जिया-गरीबों, पीड़ितों और समाज के हाशिए पर रहने वालों के निकट रहते हुए वे धन-संपत्ति में नहीं, बल्कि करुणा, दया और आत्म-त्यागमय प्रेम में समृद्ध थे. क्रिसमस हर किसी के प्रति करुणा, दया, क्षमा और प्रेम दिखाने का पर्व माना जाता है.
इस साल का क्रिसमस कॅथलिक कलीसिया के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि हम यीशू के जन्म के 2025वें वर्ष का स्मरण कर रहे हैं. यह जयंती उत्सव हमें अपने विश्वास को नया करने और आशा के वाहक बनने का निमंत्रण देता है. हमारे दैनिक जीवन में अनेक लोग अनिश्चितता, भय, संघर्ष और निराशा का सामना करते हैं. इन्हीं परिस्थितियों में यीशु पुनः जन्म लेते हैं-जहाँ अंधकार है वहाँ प्रकाश और जहाँ आशा नहीं दिखती वहाँ नई आशा जगाने के लिये यीशू पुनः जन्म लेते है. जब हम क्रिसमस मनाते हैं, तो हमें नवीनीकृत आशा के साथ यीशु की ओर देखना चाहिए. उनका प्रेम हमें एक-दूसरे तक पहुँचने, दूरियों को मिटाने, दुर्बलों के साथ खड़े होने और अधिक करुणामय समाज के निर्माण के लिए प्रेरित करें. यह क्रिसमस हर हृदय को प्रेम, शांति और आशा से भर दे, और हम इन अनमोल उपहारों को जिनसे भी मिलें, उनके साथ साझा करें.
क्रिसमस पर्व व नव वर्ष की शुभकामनाएं.





