दत्तवाडी में रहनेवाले संतोष कराडे की मौत
मृतक के भाई-बहन और भतीजे का हत्या किए जाने का आरोप

* तनाव पूर्ण वातावरण में किया गया पोस्टमार्टम
* पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतिक्षा, पुलिस ने शुरू की जांच
अमरावती / दि.7 – खोलापुरी गेट थाना क्षेत्र में आनेवाले दत्तवाडी परिसर में रहनेवाले संतोष संपतराव कराडे (47) नामक व्यक्ति की अचानक मृत्यु होने से खलबली मच गई है. यह मृत्यु नैसर्गिक नहीं बल्कि कुछ अनहोनी होने का आरोप मृतक के भाई-बहन, भतीजे ने किया है. इस प्रकरण में खोलापुरी गेट पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी, ऐसा पुलिस का कहना है.
शनिवार 5 जुलाई की शाम संतोष कराडे कि मृत्यु होने की जानकारी उसकी पत्नी और बेटे ने रिश्तेदारों को दी. जानकारी मिलने के बाद संतोष कराडे का बडा भाई और अन्य रिश्तेदार तत्काल दत्तवाडी पहुंचे. भाई का शव देखने के बाद संतोष की मृत्यु पर उन्होंने संदेह व्यक्त किया. संतोष की नैसर्गिक मृत्यु नहीं बल्कि उसकी पत्नी ने उसे मारा रहने का आरोप संतोष के भाई ने करते हुए खोलापुरी गेट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की. और पोस्टमार्टम करने की मांग की. तब मृतक की पत्नी ने इसका विरोध किया. इस कारण घटनास्थल पर तनाव निर्माण हो गया. तनाव बढने के कारण पुलिस का बंदोबस्त तैनात किया गया. पश्चात पुलिस की मध्यस्थता से देर रात 2 बजे शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लाया गया.पोस्टमार्टम के बाद रविवार को सुबह पत्नी के रिश्तेदार और संतोष के भाई के परिवार के बिच अंतिम संस्कार को लेकर फिर विवाद हुआ. संतोष के भाई के परिवार ने पार्थिव गांव ले जाने की मांग की. वहीं मृतक की पत्नी की तरफ से अमरावती मेें ही अंतिमसंस्कार करने का अनुरोध किया गया. पुलिस ने हस्तक्षेप कर दोनों परिवार को समझाया और आखिर में अमरावती में ही अंत्येष्टि की गई. खोलापुरी गेट पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही संतोष कराडे की मृत्यु का कारण स्पष्ट होगा. फिलहाल आकस्मिक घटना दर्ज की गई. भाई और भतिजें द्बारा गंभीर आरोप किए जाने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की है.
* मृतक गांव का घर बेचकर अमरावती में हुआ था स्थायी
मृतक के भाई के मुताबिक संतोष की पत्नी उसे 7-8 वर्ष पूर्व अमरावती लेकर आ गई थी. गांव का घर और प्लॉट बेचकर संतोष कराडे अमरावती शहर के दत्तवाडी में रहता था. संतोष 3 बेटी और एक बेटा है. इसके बावजूद उसकी देखरेख पर अभाव था. इसी कारण वह मानसीक तनाव में था और यहीं तनाव उसकी मृत्यु का कारण साबित हुआ ऐसा आरोप संतोष के भाई ने किया है.





