रबी 25-26 के लिए बीजोत्पादन कार्यक्रम प्रारंभ
‘महाबीज’ करेगा प्रमाणित सेंद्रिय बीजों की आपूर्ति

अकोला/दि.6 – किसानों की मांग के अनुसार बीज उपलब्ध कराने की दिशा में महाराष्ट्र राज्य बीज महामंडल (महाबीज) अगले वर्ष के रबी मौसम में राज्य के किसानों को सेंद्रिय, पारंपरिक और मसाला श्रेणी की फसलों के प्रमाणित बीज उपलब्ध कराने के क्षेत्र में प्रवेश करने जा रहा है. इसके लिए तैयारी शुरु कर दी गई है और इसी साल के रब्बी मौसम में बीजोत्पादन कार्यक्रम का प्रायोगिक स्तर पर संचालन किया जा रहा है, ऐसी जानकारी महाबीज की प्रबंधकीय संचालक बुवनेश्वरी एस. ने 04 दिसंबर को दी.
सेंद्रिय खेती करने वाले किसानों को प्रमाणित सेंद्रिय बीज उपलब्ध कराने के उद्देश्य से महाबीज ने 2025-26 रबी मौसम में बीजोत्पादन कार्यक्रम प्रारंभ किया है. इसके तहत राज्य के विभिन्न जिलों में सेंद्रिय खेती करने वाले किसानों को बीजोत्पादक के रूप में चयनित किया गया है. प्रारंभिक चरण में हरभरा, गेहूं जैसी पारंपरिक फसलों के साथ ही सोप, ओवा, काला जीरा, मेथी और प्याज जैसी मसाला श्रेणी की फसलों का सेंद्रिय बीजोत्पादन किया जाएगा.
महाबीज का यह प्रायोगिक कार्यक्रम सफल होने पर सेंद्रिय बीजोत्पादन की व्यापकता बढ़ाई जाएगी. पोषक तत्वों से भरपूर पारंपरिक और मसाला फसलों के उत्पादन से किसानों की आय में वृद्धि होगी. बुवनेश्वरी एस. ने बताया कि राज्य के किसानों को प्रमाणित सेंद्रिय बीज उपलब्ध कराने के लिए महाबीज लगातार प्रयासरत है.
सिर्फ बीज उपलब्ध कराने तक ही सीमित नहीं, महाबीज यह भी सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि सेंद्रिय फसलों का उत्पादन करने वाले किसानों को उचित बाजार मूल्य मिले. रबी पेराई के बाद राज्य के विभिन्न जिलों के कृषि अधीक्षकों की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें अगले वर्ष के रबी मौसम में किसानों को प्रमाणित सेंद्रिय बीज उपलब्ध कराने और चिया बीजों की आपूर्ति पर चर्चा की जाएगी.





