भारिप के वरिष्ठ नेता वसंतराव सोनटक्के का निधन

अमरावती /दि.28- सन 1990 के दशक से भारिप बहुजन महासंघ के तिवसा तालुका का नेतृत्व करने वाले जुझारू वरिष्ठ नेता और आंबेडकरी आंदोलन के संघर्षशील योद्धा वसंतराव सोनटक्के का 27 जुलाई की शाम 6 बजे 65 वर्ष की आयु में उनके भारसवाडी गांव स्थित उनके निवास पर लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया. आज दोपहर 1 बजे सैकड़ों नागरिकों की उपस्थिति में भारसवाडी में उनका अंतिम संस्कार संपन्न हुआ.
एड. प्रकाश आंबेडकर द्वारा भारिप बहुजन महासंघ की स्थापना के बाद वसंतराव सोनटक्के ने पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ पार्टी के लिए कार्य किया. उन्होंने पार्टी के नेतृत्व में कई आंदोलन किए और ग्रामीण क्षेत्रों में भारिप का जनाधार मजबूत किया. तिवसा क्षेत्र में वे आंबेडकरी परिवार के एक निष्ठावान व्यक्तित्व के रूप में पहचाने जाते थे. हाल के दिनों में स्वास्थ्य कारणों से वे सक्रिय नहीं थे, फिर भी उन्होंने भारिप से लेकर वंचित बहुजन आघाडी तक अपना वैचारिक जुड़ाव बनाए रखा. वसंतराव सोनटक्के के निधन से आंबेडकरी आंदोलन को एक बड़ी क्षति पहुँची है और कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शक नेतृत्व खो गया है, ऐसी शोकसंवेदना तिवसा तालुका के सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र के अनेक मान्यवरों ने व्यक्त की है. वे अपने पीछे पत्नी, एक पुत्र और एक पुत्री को छोड़ गए हैं.

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