शिवसैनिकों में तीव्र नाराजगी तिवसा और बडनेरा से उठाए पर्चे
प्रीति बंड पर चुनाव लडने दबाव

* वरिष्ठों से चर्चा पश्चात निर्णय लेने की भूमिका
* सुयोग मंगल कार्यालय में निष्ठावानों ने व्यक्त किया रोष, कई ने रो-रो कर जतलाई तीव्र भावनाएं
अमरावती/दि.24- बडनेरा विधानसभा क्षेत्र से शिवसेना उबाठा की उम्मीदवारी प्रीति बंड को ही देने की मांग आज दोपहर पार्टी के निष्ठावान हजारों कार्यकर्ताओं ने सुयोग मंगल कार्यालय में आनन-फानन में बुलाए गए कार्यकर्ता सम्मेलन में उठाई. कार्यकर्ताओं ने अत्यंत जोश और रोष व्यक्त किया. वहीं जिले में शिवसेना को गांव-गांव पहुंचाने वाले पूर्व विधायक जन नेता संजय बंड के प्रति अपार आस्था व आदर व्यक्त करते हुए पार्टी व्दारा दूसरे लीडर को टिकट देने का बडा विरोध किया गया. कई कार्यकर्ताओं ने अपनी तीव्र भावनाएं आंसुओं के जरिए व्यक्त की. प्रीति बंड ने वरिष्ठों से चर्चा कर निर्णय लेने की भूमिका इस समय रखी. उसी प्रकार खबर में दावा किया जा रहा कि श्रीमती बंड पर तिवसा अथवा बडनेरा क्षेत्र से चुनाव लडने का भारी दबाव कार्यकर्ताओं ने बनाया है. दोनों ही स्थानों से उनके नाम पर आज नामांकन उठाए जाने की भी जानकारी कट्टर शिवसैनिकों ने दी है.
सुयोग मंगल कार्यालय में हजारों एकत्र
उल्लेखनीय है कि शिवसेना उबाठा ने बुधवार शाम अपनी विधानसभा उम्मीदवारों की पहली सूची घोषित की. जिसमें जिले की एकमात्र बडनेरा सीट का उल्लेख रहा. यहां से जिला प्रमुख सुनील खराटे को प्रत्याशी घोषित किया गया. उसका शिवसेना के बंड समर्थकों ने घोर विरोध रात से ही प्रारंभ कर दिया था. जब वे रुक्मीणी नगर के पास श्री कॉलोनी स्थित पूर्व विधायक संजय बंड के बंगले पर धमके. रात को ही सुयोग मंगल कार्यालय के सम्मेलन का निर्णय घोषित हो गया था. यहां आज दोपहर हजारों शिवसैनिक धमके उनमें महिलाएं भी बडी संख्या में रहने की जानकारी हमारे उपसंपादक संजय पंड्या ने दी. मंच पर स्वयं प्रीति बंड के साथ अमरावती फसल मंडी के उपसभापति भैया निर्मल, संचालक नाना नागमोते, जिप के सदस्य रह चुके नितिन हटवार, पूर्व शहर प्रमुख संजय शेटे, भातकुली तहसील प्रमुख मनोहर पंत और पहल फाऊंडेशन की डॉ. अल्वीना हक खान आदि विराजमान थे.
दोपहर 3 बजे तक प्रीति को निर्देश
सम्मेलन में अनेक पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने अपनी तीखी भावनाएं व्यक्त की. उनका दावा रहा कि पक्ष प्रमुख उध्दव ठाकरे और प्रवक्ता संजय राऊत ने प्रीति बंड को उम्मीदवारी देने के संकेत सहित काम से लग जाने कहा था. प्रीति बंड ने इसी कारण गत चार दिनों से अपना प्रचार शुरू कर दिया था. घर-घर जाकर वे वोटर्स से मिल रही थी. उन्हें प्रत्येक क्षेत्र में लोगों का जोरदार रिस्पोंस भी मिल रहा था. बुधवार को भी वे साई नगर क्षेत्र में प्रचार में व्यस्त थी. उसी समय उन्हें सूचना मिली कि उम्मीदवारी जिला प्रमुख खराटे को घोषित हुई है.
पदाधिकारियों ने दावा किया कि स्थानीय नेताओ ने पक्ष प्रमुख और वरिष्ठ नेताओं को गलत जानकारी दी. उन्हें नाहक बताया गया कि प्रीति बंड के पास लोग नहीं है. पैसा नहीं है. जबकि आज ही आकर इस सम्मेलन में देख लें कि शिवसेना के निष्ठावान हजारों कार्यकर्ता प्रीति बंड के साथ है. बंड को चुनाव लडने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.
क्या कहा प्रीति बंड ने ?
प्रीति बंड ने इस समय कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अपनी भावनाओं पर नियंत्रण की अपील की और कहा कि उनके चुनाव लडने का निर्णय कार्यकर्ताओं को ही करना है. वे वरिष्ठ से बात करेंगी. उपरांत अगले दो दिनों में अपनी भूमिका व्यक्त करना चाहेंगी. उनकी इस बात पर कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रतिसाद दिया.
आज रात मुंबई जाएंगे सैकडों
शिव सैनिकों ने सैकडों की संख्या में आज रात मुंबई के लिए रवाना होने का ऐलान किया. उनका कहना रहा कि वे पक्ष प्रमुख और बडे नेताओं को प्रीति बंड को ही उम्मीदवार बनाए जाने की मांग करेंगे. उसी प्रकार यह प्रकार देखेंगे की तीन घंटे में पिक्चर कैसे बदल गई? कुछ घंटो पहले तक प्रीति बंड तय थी. समय पर उनके जगह खराटे का नाम कैसे घोषित हो गया. इस अवधी में ऐसा क्या हुआ कि पार्टी ने निर्णय बदल दिया?
कई कार्यकर्ता हुए भावुक, रो पडे
प्रीति बंड के समर्थक कार्यकर्ताओं ने संजय बंड को याद कर शिवसेना जिले में जीवित रखने उनके व्दारा किए गए योगदान का गौरवपूर्ण उल्लेख किया. अनेक घटनाएं और किस्से बतलाए. उसी प्रकार कार्यकर्ताओं के लिए रात बेरात दौड कर जाना एवं किसी भी कार्यकर्ता के लिए शासन प्रशासन से भिड जाने के वाकये भी बतलाए. अनेक कार्यकर्ता व पदाधिकारी गुस्से में तो थे ही कई भावुक हो गए. रोने लगे, यह देख अन्य ने उन्हें ढांढस बंधाने का प्रयत्न किया. अनेक मंगल प्रसंगो का साक्षी बना सुयोग मंगल कार्यालय आज राजनीति के इस प्रसंग का भी गवाह बनने का नजारा रहा. इस समय उपस्थित बंड समर्थकों में अनिल नंदनवार, वसंत गौरखेडे, राजू डोंगरे, दिनेश मणीयार, विकास दिवे, अविनाश वानखडे, बंडू ठाकरे, सुनील रोकडे, देवकुमार गुंजारे, नितिन ठाकरे, अनिकेत सगणे, किसन सिरसाठ, सुनील कदम, रोहित ठाकरे, राजेश टूईटे, अनिल सोनटक्के, प्रभात सगणे, राजेश प्रधाने, विवेक पवार, मिथुन सोलंके, गजानन कदम और कई शाखा प्रमुख, पदाधिकारियों का समावेश रहा.
बंड ने कहा चुनाव लडेंगी
प्रीति बंड ने मीडिया से बातचीत में संकेत दिए कि वे तिवसा अथवा बडनेरा से विधानसभा चुनाव लड सकती है. कार्यकर्तांओं पर उन्होंने निर्णय छोड दिया है. कार्यकर्ता जो फैसला करेंगे, उसके अनुसार काम होगा. उल्लेखनीय है कि उनके यजमान संजय बंड तिवसा से चुनाव लड चुके हैं. उससे पहले वे वलगांव निर्वाचन से तीन बार विधानसभा में पहुंचे थे.





