मालिक की मृत्यु के बाद दिखाया जिंदा, बेचा लाखों का भूखंड
सात जालसाजों के खिलाफ मामला दर्ज

* फ्रेजरपुरा थाना क्षेत्र की घटना
अमरावती/दि.2-सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त एक व्यक्ति ने 38 साल पहले फ्रेजरपुरा पुलिस थाना अंतर्गत परिसर में 1720 वर्ग फुट का प्लॉट खरीदा था. आज उस भूखंड का मूल्य लाखों में है. इस बीच वर्ष 2008 में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई थी, जिसमें एक भूखंड के मालिक की मृत्यु के बाद, सात जालसाजों ने मृतक मालिक के स्थान पर एक जीवित नकली व्यक्ति को खडा करके भूखंड किसी और को बेच दिया था. इस संबंध में फ्रेजरपुरा पुलिस ने महिला की शिकायत के आधार पर 7 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
आरोपियों में आशीष सदाशिवराव ढोले (अमरावती), आशीष ढोले द्वारा खड़ा किया गया व्यक्ति (नाम अज्ञात), महेंद्र उर्फ महादेव विठ्ठल नाकतोडे (48), पवन ओमप्रकाश तिवारी (45), प्रकाश यादवराव मुंद्रे (52), विशाल बालू मकेश्वर (29) सभी अमरावती निवासियों का समावेश है. जानकारी अनुसार, शिकायतकर्ता महिला मूलत: अमरावती शहर की निवासी ही है. उसके पिता रामचंद्र दौलतराव देशमुख अकोला जिला परिषद में कार्यरत थे और वहीं सेवानिवृत्त भी हुए थे. रामचंद्र देशमुख ने 30 दिसंबर 1987 को अमरावती में फ्रेजरपुरा पुलिस थाने में आने वाले मौजा राजुरा, प्रगणे मांजरखेड में शेत सर्वे क्रमांक 41 व 42 में 1720 वर्ग फुट का प्लॉट क्रमांक 256 खरीदा था. 30 अगस्त 2008 को रामचंद्र देशमुख का निधन हो गया था. उनके निधन के बाद उनकी लड़की को संपूर्ण चल-अचल संपत्ति मिली. इसमें मांजरखेड में 1729 वर्ग फुट का प्लॉट भी था. परंतु, महिला जब इस प्लॉट पर कब्जा करने के पहुंची तो नाना गणपत खडगे नामक व्यक्ति ने कहा कि यह प्लॉट मेरा है और इसे मैंने 1 अगस्त 2019 को तुम्हारे पिता रामचंद्र देशमुख से आशीष ढोले नामक व्यक्ति के मार्फत खरीदा है.
इसके साथ ही खरीदी के कागजात भी नाना खडगे ने महिला को दिखाए. महिला ने जब इस संबंध में अधिक जांच की तो आरोपी आशीष ढोले ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर महिला के पिता की जगह किसी फर्जी व्यक्ति को खडा कर इस प्लॉट की बिक्री किए जाने की बात समझ में आई. इसके बाद महिला ने इस संबंध में फ्रेजरपुरा पुलिस थाने में अपनी शिकायत दर्ज करवाई. इस संबंध में पुलिस ने उक्त सभी आरोपियों के किलाफ अपराध दर्ज कर आगे की जांच शुरू की है.





