किडनी निकालने वाले छह पीड़ित बच्चू कडू के मोर्चे में होंगे शामिल
कंबोडिया किडनी बिक्री मामले की जांच स्थानीय अपराध शाखा को सौंपी

चंद्रपुर/दि.29- कंबोडिया में कथित किडनी बिक्री मामले की गंभीरता को देखते हुए इस प्रकरण की जांच अब ब्रह्मपुरी पुलिस से हटाकर स्थानीय अपराध शाखा (एलसीबी) को सौंप दी गई है. मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) अपर पुलिस अधीक्षक ईश्वर कातकड़े के नेतृत्व में कार्य करेगा. पुलिस जांच में सामने आया है कि चीन से जुड़े कंबोडियन डॉक्टर चिआंग कंबोडिया में किडनी निकालने के कुछ ही घंटों के भीतर चीन से आए मरीजों का प्रत्यारोपण करता था. आरोपियों ने स्वीकार किया है कि भारत के कई लोगों की किडनी इस रैकेट के तहत निकाली गई थी. इस बीच, रोशन कुडे के साथ कंबोडिया गए और किडनी निकाले गए छह पीड़ित युवक किसान नेता बच्चू कडू द्वारा आयोजित मोर्चे में शामिल होंगे. यह मोर्चा 3 जनवरी को मिंथूर से नागभीड़ तक निकाला जाएगा.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, रामकृष्णन सुंचू और हिमांशु भारद्वाज ने अपने साथ कंबोडिया गए कुछ अन्य युवकों के नाम भी जांच एजेंसियों को बताए हैं. रोशन कुडे के साथ गए सभी युवकों के नाम पुलिस को मिल चुके हैं, साथ ही उसके पहले और बाद में कंबोडिया भेजे गए कुछ अन्य युवकों की जानकारी भी सामने आई है. जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि कंबोडिया में किडनी निकालने के कुछ ही घंटों के भीतर चीनी मरीजों में प्रत्यारोपण किया जाता था. इस पूरे मामले में डॉक्टर चिआंग को मुख्य सूत्रधार माना जा रहा है.
लगातार सामने आ रही नई जानकारियों को देखते हुए पुलिस अधीक्षक मुम्मका सुदर्शन ने मामले की जांच स्थानीय अपराध शाखा को सौंपने का निर्णय लिया है. एसआईटी इस संगठित रैकेट के सभी पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है. सूत्रों के अनुसार, मोर्चे से पहले सभी पीड़ित युवक रोशन कुडे से मुलाकात करेंगे. वहीं, रामकृष्णन सुंचू और हिमांशु भारद्वाज को सोमवार (29 दिसंबर) को न्यायालय में पेश किया जाएगा.





