देश में घटेगा सोयाबीन का उत्पादन

सोपा की रिपोर्ट में अंदाज

* 20 लाख टन की कमी होने की आशंका
इंदौर / दि. 11 – देश में इस वर्ष सोयाबीन का उत्पादन 20 लाख टन कम होने की आशंका व्यक्त की गई. भारतीय सोयाबीन प्रक्रिया संगठन सोपा की हाल ही में जारी रिपोर्ट में कहा गया कि सोयाबीन का उत्पादन 105.36 लाख टन होने की संभावना है. जो पिछले वर्ष की तुलना में 20 प्रतिशत तक कम है. रिपोर्ट में कहा गया कि सोयाबीन का रकबा और उत्पादन दोनों ही घटा है. प्रतिकुल मौसम का फसलों पर विपरीत असर हुआ है. इन्ही वजहों से सोयाबीन की पैदावार घटने की आशंका है.
गुरूवार को यहां हुई सोपा की अंतर्राष्ट्रीय कानक्लेव में रिपोर्ट जारी की गई. खरीफ सीजन में सोयाबीन का रकबा 114.56 लाख हेक्टेयर रहने के साथ उत्पादन 105 लाख टन रहा. प्रति हेक्टेयर 920 किलो पैदावार का औसत रहा है. सोपा के अध्यक्ष दवीश जैन ने कहा कि राजस्थान में अतिवृष्टि के कारण पैदावार आधी हो गई है. वही सोपा के कार्यकारी निदेशक डीएन पाठक ने कहा कि यलो मौजेक वायरस के प्रादुर्भाव से भी सोयाबीन की फसल खराब हुई है. मध्यप्रदेश के भी कई जिलों में अतिवृष्टि की वजह से सोयाबीन का नुकसान हुआ. राज्य सरकार ने तिलहन की फसलों हेतु क्षतिपूर्ति योजना लागू की है.
सोपा के अनुसा भारत अपना खाद्य तेल की खपत का 60% आयात कर रहा है. खाद तेलों में आत्मनिर्भरता के लिए सोयाबीन की पैदावार बढाना आवश्यक है. सरकार ने एमएसपी 5328 रूपए प्रति क्विंटल निर्धारित की हैं. जो पिछले सीजन की 4892 रूपए प्रति क्विंटल से अधिक है.

 

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