भारतीय टीम के दौरे से पहले श्रीलंका क्रिकेट में आया भूचाल, बोर्ड के खिलाफ उतरे खिलाड़ी
सीरीज पर पड़ सकता है असर
नई दिल्ली/दि. 21 – भारत (India) ने हाल ही में ऐलान किया था कि वह जुलाई में श्रीलंका (Srilanka) दौरे पर सीमित ओवरों की सीरीज खेलेगा, लेकिन इस सीरीज से पहले ही श्रीलंका क्रिकेट में भूचाल मच गया. खिलाड़ियों ने अपनी नाराजगी जाहिर की और बोर्ड के खिलाफ खड़े हो गए हैं. टेस्ट कप्तान दिमुथ करूणारत्ने (Dimuth Karunaratne) के अलावा दिनेश चांदीमल (Dinesh Chandimal) और एंजेलो मैथ्यूज (Angelo Mathews) की अगुआई में श्रीलंका के शीर्ष क्रिकेटरों ने श्रीलंका क्रिकेट (Sri Lanka Cricket) द्वारा दिए गए केंद्रीय अनुबंध पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया है क्योंकि उनका मानना है कि अन्य देशों की तुलना में इनकी राशि काफी कम है. अगर इस विवाद का हल समय पर नहीं निकला तो इसे जुलाई में भारत के खिलाफ होने वाली श्रीलंका की द्विपक्षीय सीरीज प्रभावित हो सकती है. तीन वनडे और इतने ही टी20 मैचों की सीरीज से एसएलसी की अच्छी खासी कमाई होने की उम्मीद है जो पैसों की तंगी से जूझ रहा है.
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अन्य देशों की तुलना में एक तिहाई है रकम
करूणारत्ने, मैथ्यूज, चांदीमल और अन्य सहित लगभग सभी शीर्ष खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील ने कहा कि जिस वेतन की पेशकश की गई है वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर्स संघों के महासंघ (फिका) की रिपोर्ट के अनुसार क्रिकेट खेलने वाले कुछ अन्य देशों की तुलना में एक तिहाई है. एसएलसी ने इस हफ्ते कहा था कि 24 प्रमुख खिलाड़ियों को चार वर्ग में अनुबंध की पेशकश की गई है और अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के लिए उनके पास तीन जून तक का समय है.
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इस तरह का है अनुबंध
सिर्फ छह खिलाड़ियों को ए वर्ग में जगह मिली है और उनका वार्षिक वेतन 70,000 से 100,000 डॉलर के बीच है. बल्लेबाज धनंजय डीसिल्वा को सर्वाधिक एक लाख डॉलर मिलेंगे जबकि बाकी खिलाड़ियों को 70000 से 80,000 डॉलर का भुगतान किया जाना है. तुलना की जाए तो भारत में ग्रुप सी (सबसे निचला वर्ग) का केंद्रीय अनुबंध हासिल करने वाले खिलाड़ी को भी एक करोड़ रुपये यानी लगभग 137000 डॉलर की राशि मिलती है.
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खिलाड़ियों ने जारी किया संयुक्त बयान
श्रीलंका के खिलाड़ियों ने संयुक्त बयान में कहा कि वे खिलाड़ियों के भुगतान का विशिष्ट विवरण सार्वजनिक करने के एसएलसी के फैसले से स्तब्ध हैं. उन्होंने कहा, ‘‘राशि का खुलासा किया जाना प्रत्येक खिलाड़ी की सुरक्षा को गंभीर खतरा है. एसएलसी की क्रिकेट सलाहकर समिति के अध्यक्ष अरविंद डीसिल्वा ने कहा है कि उन्हें खिलाड़ियों के अतीत के प्रदर्शन के कारण कड़े फैसले करने को बाध्य होना पड़ा.