नई दिल्ली/दि.6 – भारत ने इंग्लैंड में इतिहास रच दिया. ओवल टेस्ट में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 157 रन से हराया. जीत के लिए जरूरी 368 रनों का पीछा करते हुए इंग्लिश टीम मैच के आखिरी दिन 210 रन पर ही सिमट गई. भारत के लिए जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा और शार्दुल ठाकुर ने कमाल की गेंदबाजी की और टीम को सीरीज में दूसरा टेस्ट जिताया. इससे भारत ने पांच मैचों की सीरीज में 2-1 की अजेय बढ़त बनाई. इंग्लैंड ने सुबह के सत्र में 27 ओवर में दो विकेट गंवाकर 54 रन बनाए जबकि दूसरे सत्र में 25.1 ओवर में 62 रन पर छह विकेट गंवाए. उमेश यादव ने तीन तो बुमराह, शार्दुल ठाकुर, और रवींद्र जडेजा रन देकर दो-दो विकेट चटकाए. भारत ने ओवल में 50 साल बाद जीत हासिल की है. इसकी बदौलत पांच मैच की सीरीज में अब वह 2-1 से आगे हो गया है. आखिरी मुकाबला 10 सितंबर से मैनचेस्टर में खेला जाएगा. भारत ने 35 साल बाद इंग्लैंड में एक सीरीज में दो टेस्ट जीते हैं. आखिरी बार ऐसा 1986 में हुआ था तब कपिल देव कप्तान थे.
इंग्लैंड को सलामी बल्लेबाजों हसीब हमीद (62) और रोरी बर्न्स (50) ने पहले विकेट के लिए 100 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलाई लेकिन इस जोड़ी के टूटने के बाद भारतीय गेंदबाजों का दबदबा देखने को मिला. इन दोनों के अलावा बेहतरीन फॉर्म में चल रहे कप्तान जो रूट (36) ही 20 रन के आंकड़े को पार कर पाए. भारत ने इस तरह पहली पारी में 191 रन पर सिमटने के बाद जोरदार वापसी की. इंग्लैंड ने पहली पारी में 290 रन बनाकर 99 रन की बढ़त हासिल की थी। भारत ने इसके बाद दूसरी पारी में 466 रन का स्कोर खड़ा किया था. नॉटिंघम में पहला टेस्ट ड्रॉ रहने के बाद भारत ने लॉर्ड्स में दूसरा टेस्ट जीता था जबकि इंग्लैंड ने हेडिंग्ले में तीसरा टेस्ट जीतकर सीरीज में बराबरी हासिल की थी.
इंग्लैंड ने दिन की शुरुआत बिना विकेट खोए 77 रन से की. उमेश यादव और जसप्रीत बुमराह की तेज गेंदबाजी जोड़ी ने भारत के आक्रमण की शुरुआत की. हमीद और बर्न्स ने पहले आधे घंटे में भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा. दोनों बल्लेबाजों ने सतर्क होकर बल्लेबाजी की लेकिन खराब गेंद को सबक भी सिखाया.बर्न्स ने शार्दुल ठाकुर की गेंद पर दो रन के साथ 124 गेंद में अर्धशतक पूरा किया और साथ ही टीम का स्कोर 100 रन तक पहुंचाया. हालांकि ठाकुर की अगली गेंद पर बर्न्स विकेटकीपर ऋषभ पंत को कैच देकर पवेलियन लौट गए. हमीद ने रवींद्र जडेजा की गेंद पर तीन रन के साथ 123 गेंद में अर्धशतक पूरा किया.
हमीद 55 रन के स्कोर पर भाग्यशाली रहे जबकि जडेजा की गेंद पर मिड ऑन पर मोहम्मद सिराज ने उनका आसान कैच टपका दिया. डेविड मलान को हालांकि क्रीज पर जूझना पड़ रहा था और वह अंतत: पांच रन बनाकर रन आउट हो गए. हमीद ने जडेजा की गेंद को कवर में खेला और एक रन के लिए दौड़ पड़े. मलान के क्रीज पर पहुंचने से पहले ही पंत ने मयंक अग्रवाल के सटीक थ्रो पर स्टंप उखाड़ दिए. जडेजा ने दूसरे सत्र में भारत को शानदार शुरुआत दिलाई जब उन्होंने सत्र के तीसरे ओवर में ही हमीद को बोल्ड कर दिया. हमीद ने लेग स्टंप पर पिच हुई गेंद को छोड़ दिया जिसने टर्न लेते हुए उनका ऑफ स्टंप उखाड़ दिया. हमीद ने 193 गेंद की अपनी पारी में छह चौके जड़े.
बुमराह इसके बाद तेजी से अंदर आती गेंद पर ऑली पोप (2) को बोल्ड करके टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 100 विकेट पूरे करने वाले भारतीय तेज गेंदबाज बने. बुमराह ने अपने 24वें टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल करते हुए पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव को पीछे छोड़ा जिन्होंने 25 टेस्ट में यह आंकड़ा छुआ था. बुमराह ने अपने अगले ओवर में जॉनी बेयरस्टो (0) को भी यॉर्कर पर बोल्ड किया. अगले ओवर में जडेजा ने मोईन अली (0) को सब्सटीट्यूट खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव के हाथों शॉर्ट लेग पर कैच कराके इंग्लैंड का स्कोर दो विकेट पर 141 रन से छह विकेट पर 147 रन किया.
रूट और क्रिस वोक्स ने इसके बाद 12 से अधिक ओवर तक भारतीय गेंदबाजों को सफलता हासिल नहीं करने दी. कोहली ने 80 ओवर के बाद नई गेंद नहीं लेने का फैसला किया और पुरानी गेंद ठाकुर को थमा दी. स्पैल में वापसी कर रहे ठाकुर की पहली गेंद को ही रूट विकेट पर खेल गए. रूट ने 78 गेंद में तीन चौकों की मदद से 36 रन बनाए. अजिंक्य रहाणे ने बुमराह की गेंद पर क्रेग ऑवर्टन का कैच टपकाया लेकिन उमेश ने चाय से पहले अंतिम ओवर के लिए स्पैल में वापसी करते हुए पहली ही गेंद पर वोक्स (18) को शॉर्ट मिडविकेट पर लोकेश राहुल के हाथों कैच करा दिया.
आखिरी में उमेश यादव ने क्रेग ऑवर्टन को बोल्ड और जेम्स एंडरसन को विकेट के पीछे ऋषभ पंत के हाथों कैच कर भारत को जीत दिला दी.