शारजाह/दि.४ – ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज लेग स्पिनर शेन वार्न का मानना है कि एक बार कप्तान के रिव्यू लेने के बाद ऑन फील्ड अंपायर के फैसले को हटा दिया जाना चाहिए. वार्न ने मंगलवार शाम कहा कि मैं इस बारे में बोलता रहूंगा. अगर कोई कप्तान रिव्यू लेता है तो मैदानी अंपायर के फैसले को हटा देना चाहिए, क्योंकि आपके पास एक ही बॉल नहीं हो सकती है, जो आउट या नॉट आउट हो.
शेन वार्न ने ट्वीट कर कहा, मैं इस बारे में बोलता रहूंगा. अगर कोई कप्तान रिव्यू लेता है तो मैदानी अंपायर के फैसले को हटा देना चाहिए, क्योंकि आपके पास एक ही बॉल नहीं हो सकती है, जो आउट या नॉट आउट हो. एक बार ऐसा होने के बाद यह आसान और स्पष्ट होगा, फिर चाहे वो आउट हो या नॉट आउट हो.
उन्होंने आगे कहा, इससे यह भी साफ हो जाएगा कि इससे अंपायरों को अपने फैसले लेने का अधिकार मिल रहा है या नहीं. अंपायर कॉल होने से अंपायर के प्रदर्शन के सारांश में मदद मिलती है. ओरिजनल ऑन फील्ड निर्णय खत्म किया जाए, जिससे कोई अंपायर कॉल नहीं होगी.
दिग्गज लेग स्पिनर वार्न का यह बयान आईपीएल 2020 में मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेले गए उस मैच के बाद आया है, जिसमें मुंबई के कीरन पोलार्ड को अंपायर कॉल के आधार पर नॉट आउट दिया गया था.
दरअसल, मैच के 15वें ओवर में लेग स्पिनर राशिद खान ने पोलार्ड के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की अपील की थी, जिसे मैदानी अंपायर ने नॉट आउट करार दिया था. इसके बाद हैदराबाद के कप्तान डेविड वार्नर ने इस पर रिव्यू लिया था. इस रिव्यू पर थर्ड अंपायर ने फील्ड अंपायर कॉल के साथ रहने का फैसला किया और पोलार्ड को नॉट आउट करार दिया था.