साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम पर बैन होने का संकट
राष्ट्रीय सरकार ने क्रिकेट साउथ बोर्ड को कर दिया है सस्पेंड
नई दिल्ली/दि.११– क्रिकेट जगत से सबसे बड़ी खबर फिलहाल साउथ अफ्रीका से आ रही है. दरअसल गुरुवार देर रात साउथ अफ्रीका की राष्ट्रीय सरकार ने क्रिकेट साउथ बोर्ड को सस्पेंड कर दिया है. साउथ अफ्रीका में ओलंपिक से ताल्लुक रखने वाली संस्था ने दक्षिण अफ्रीका बोर्ड के खिलाफ यह फैसला लिया है. ऐसे में अब साउथ अफ्रीका की टीम की कमान देश की सरकार संभालेगी. लेकिन इससे पहले भी दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम को 21 साल के लिए बैन किया जा चुका है. दक्षिण अफ्रीका सरकार का यह फैसला आईसीसी के नियमों के लिए खिलाफ है, जिसकी वजह से एक बार फिर से साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम पर बैन होने का संकट मंडरा रहा है. वहीं अगर इतिहास को देखा जाए तो साल 1970 के दौरान साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम पर 21 साल का बैन लगा था. उसके बाद 1992 में जाकर दक्षिण अफ्रीका टीम को अपना पहला वनडे वर्ल्ड कप खेलने का मौका मिला था. दरअसल आईसीसी ने उस दौर में साउथ अफ्रीका सरकार पर रंगभेद नीति का हवाला देते हुए दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम को इंटरनेशनल क्रिकेट से सस्पेंड कर दिया था. जबकि इस टीम को 1889 के समय में टेस्ट क्रिकेट खेलने का दर्जा मिल गया था.
खबरों की मानें तो पिछले काफी से समय से क्रिकेट साउथ अफ्रीका बोर्ड में कुछ अच्छा नहीं चल रहा था. बताया जा रहा है कि बोर्ड के अंदर आपसी विवाद और कलह का मौहाल बना हुआ था. ऐसे में बिना आईसीसी इजाजत के दक्षिण अफ्रीका सरकार ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए क्रिकेट साउथ अफ्रीका बोर्ड को बर्खास्त कर दिया है. सूत्रों की मानें तो साउथ अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड में चल रही समस्याओं की जांच की जिम्मेदारी पिछले साल इसी ओलपिंक कमेटी को दी गई थी. इस बीच जांच के पूरे होने के बाद कमेटी ने यह बड़ा फैसला लिया है और क्रिकेट साउथ अफ्रीका के वरिष्ठ कार्यकारी सत्ता को हटने का आदेश दिया है. साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम बैन दोबारा बैन होने का खतरा
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका देश की सरकार के इस निर्णय से साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम की मुसीबतें बढ़ सकती है. दरअसल आईसीसी के नियमों के आधार पर किसी भी देश की सरकार के पास यह अधिकार नहीं है कि वह अपने देश की क्रिकेट टीम के बोर्ड को निलंबित कर, उसके कार्य की बागडोर अपने हाथों में ले ले. ऐसे में अब आईसीसी अगर चाहे तो सख्ती से रूख अपनाकर साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम को बैन कर सकती है. अगर ऐसा होता है तो यह मौजूदा समय में इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए बहुत बड़ा झटका माना जाएगा.