नई दिल्ली/दि. 11 – जिम्बॉब्वे को बांग्लादेश के खिलाफ हरारे टेस्ट में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है. मैच के अंतिम दिन जिम्बॉब्वे को जीतने के लिए 477 रन बनाने थे. लेकिन उसकी पूरी टीम 256 रनों पर ढेर हो गई. बांग्लादेश को मैच जिताने में महमूदुल्लाह ने खास भूमिका निभाई. उन्होंने पहली पारी में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 150 रन बनाए थे. वहीं दूसरी पारी में भी बाग्लादेश की ओर से शादमन इस्लाम और नजमुल होसैन शांतो ने शतक जड़े. बांग्लादेश ने अपनी पहली पारी में 468 और दूसरी इंनिग्स में एक विकेट पर 284 रन बनाकर पारी घोषित की. इस पूरे मुकाबले में जिंबॉब्वे की टीम संघर्ष करती नजर आई.
पहली पारी में 276 रन बनाने वाली जिम्बॉब्वे की टीम दूसरी इंनिग्स में भी कोई खास करिश्मा नहीं कर पाई. ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि अपने घरेलू मैदान पर कम से कम जिम्बॉब्वे मैच को ड्रॉ करा लेगा. लेकिन ऐसा हो न सका. मेहमान टीम की बेहतरीन गेंदबाजी के आगे मेजबान बल्लेबाज टिक न सके.
कप्तान ब्रेंडन टेलर और डोनाल्ड ट्रिपानों को अगर छोड़ दिया जाए तो जिम्बॉब्वे टीम के सभी बल्लेबाजों ने निराश किया। ब्रेंडन टेलर ने कप्तानी पारी खेलते हुए 92 रन बनाए. वहीं ट्रिपानो ने 52 रनों की पारी खेली। जब यह दोनों बल्लेबाज क्रीज पर टिके थे तो ऐसा लग रहा था कि मैच ड्रा हो जाएगा. लेकिन इस दौरान बांग्लादेश के गेंदबाजों ने करिश्माई गेंदबाजी करते हुए पूरी टीम को 256 रनों पर समेट दिया. मेहमान टीम की ओर से मेहंदी हसन मिराज और तस्कीन अहमद ने 4-4 विकेट लिए. पहली पारी में शानदार 150 रन बनाने वाले महमूदुल्लाह को प्लेयर ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया. यह उनके करियर का आखिरी टेस्ट मैच था.