खेल

मयंक बाहर, सैनी करेंगे टेस्ट डेब्यू

सिडनी टेस्ट के लिए प्लेइंग इलेवन का ऐलान

सिडनी/दि.६ – ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 मैचों की सीरीज का तीसरा टेस्ट गुरुवार से सिडनी में खेला जाएगा. मैच से एक दिन पहले टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन का ऐलान कर दिया गया है. रोहित शर्मा की वापसी हुई है. वह टीम के उपकप्तान हैं. अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में भारतीय टीम के सामने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर 43 साल बाद टेस्ट में जीत हासिल करने की चुनौती है. तेज गेंदबाज नवदीप सैनी डेब्यू करेंगे. मौजूदा सीरीज फिलहाल 1-1 से बराबर है. नियमित कप्तान विराट कोहली की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम ने मेलबर्न टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से मात दी थी. इससे पहले टीम इंडिया को एडिलेड में हार का सामना करना पड़ा था, जहां उसे दूसरी पारी में 36 रनों पर आउट होने की शर्मिंदगी झेलनी पड़ी थी.
सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल बाहर हैं. टीम को मजबूती देने के लिए हिटमैन रोहित शर्मा की वापसी हुई है. केएल राहुल के चोटिल होने से हनुमा विहारी की जगह प्लेइंग इलेवन में बरकरार रही. विहारी पिछली तीन पारियों में 45 रन ही बना पाए हैं. विकेटकीपर के तौर पर ऋषभ पंत अंतिम एकादश में बने हुए हैं.
इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान चोट लगने के कारण रोहित ऑस्ट्रेलिया दौरे में सीमित ओवरों की सीरीज और पहले दो टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाए थे. सिडनी टेस्ट में सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल की जगह उन्हें मौका मिला है. दोनों टेस्ट में अग्रवाल की बल्लेबाजी अच्छी नहीं रही, वह 17, 9, 0 और 5 रनों की पारियां खेल पाए थे.

सैनी को डेब्यू में कमाल करने का मौका

तेज गेंदबाज नवदीप सैनी को सिडनी टेस्ट में मौका मिला है. मोहम्मद शमी के चोटिल होने के बाद शार्दुल ठाकुर और टी. नटराजन भी दावेदार थे. लेकिन सिडनी की पिच के हालात को देखते हुए सैनी को मौका दिया गया है. अब सैनी को अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभानी होगी.
दिल्ली की और से खेलने वाले 28 साल के नवदीप सैनी ने 46 प्रथम श्रेणी मैचों में हिस्सा लिया है. उन्होंने 28.46 की औसत से 128 विकेट निकाले हैं. मौजूदा दौरे में ऑस्ट्रेलिया-ए के खिलाफ सिडनी में उन्होंने 3 विकेट चटकाए थे. नवदीप सैनी भारत के 299वें टेस्ट क्रिकेटर बनने के लिए तैयार हैं. हरियाणा के करनाल में जन्मे इस तेज गेंदबाज ने पिछले साल अगस्त में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था और अब तक 7 वनडे और 10 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं.
जसप्रीत बुमराह के साथ मोहम्मद सिराज या सैनी में से कोई एक नई गेंद संभालेगा. इन दोनों के सामने हालांकि बड़ी जिम्मेदारी होगी क्योंकि उन्हें मोहम्मद शमी और ईशांत शर्मा जैसे गेंदबाजों द्वारा तय किए गए उच्च मानदंडों पर खरा उतरना होगा.
रोहित और शुभमन पर खास जिम्मेदारी
सिडनी का विकेट पारंपरिक तौर पर बल्लेबाजों के अनुकूल रहा है तथा यहां सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री, सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और यहां तक कि पिछले दौरे में पुजारा और ऋषभ पंत ने भी शतक जमाए थे. अगर रोहित और शुभमन गिल टीम को अच्छी शुरुआत दिलाते हैं, तो इससे पुजारा को राहत मिलेगी, जो पहले दो टेस्ट मैचों में लचर प्रदर्शन करने के कारण दबाव में हैं.
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में भारतीय बल्लेबाजों ने कुछ यादगार पारियां खेली हैं, लेकिन यह टीम के लिए भाग्यशाली मैदान नहीं रहा है, क्योंकि उसे यहां 5 मैचों में पराजय का सामना करना पड़ा. उसने एससीजी पर एकमात्र जीत 43 साल पहले हासिल की थी.
अगर अजिंक्य रहाणे की टीम सिडनी में इतिहास रचकर 2-1 से बढ़त हासिल कर लेती है, तो फिर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी उसके पास ही बनी रहेगी और यह भारतीय क्रिकेट में सबसे यादगार पलों में से एक होगा.

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