दुबई/दि.११- रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने दिल्ली कैपिटल्स (Delhi capitals) के खिलाफ धमाकेदार पारी खेलकर टीम को पांचवीं बार चैंपियन बनाया. रोहित ने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ फाइनल में अर्धशतकीय पारी खेलने के साथ कुशल कप्तानी से मुंबई को पांच विकेट से जीत दिलाई. वह पांच खिताब के साथ आईपीएल के इतिहास के सबसे सफल कप्तान भी हैं. इस शानदार जीत के बावजूद मैच के दौरान हुई एक घटना से रोहित शर्मा खुश नहीं थे.
पहली बल्लेबाजी के दौरान रोहित ने एक रन लेने के लिये सूर्यकुमार को बुलाया लेकिन वह दूसरे छोर से मना करते रहे. रोहित को दूसरे छोर पर आता देख सूर्य कुमार यादव ने अपने विकेट का बलि दे दिया. रोहित ने मैच के बाद कहा कि सूर्य कुमार यादव बेहतरीन फॉर्म में थे और उन्हें मेरी वजह से अपना विकेट गंवाना पड़ा. उन्होंने जो किया वो सही नहीं था. रोहित ने कहा कि वह जिस फार्म में था, मुझे अपना विकेट बलिदान कर देना चाहिये था. उसने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया और अविश्वसनीय शॉट लगाए. वहीं विश्व कप 2011 के नायक युवराज सिंह ने प्रस्तावना में लिखा कि अगले टी20 और 50 ओवरों के विश्व कप में रोहित भारतीय टीम के लिये अहम साबित होगा. उन्होंने लिखा कि वह जिस तरह से बड़ी पारियां खेलता है, मुझे यकीन है कि अगले टी20 और 50 ओवरों के विश्व कप में वह भारत का सबसे अहम खिलाड़ी बनेगा. मैं चाहता हूं कि वह अपनी फिटनेस का पूरा ख्याल रखे क्योंकि भारतीय क्रिकेट को इसकी जरूरत है .
रोहित के शुरुआती कोच दिनेश लाड ने भारतीय टीम के सीमित ओवरों के उपकप्तान पर आने वाली किताब ‘ द हिटमैन : द रोहित शर्मा स्टोरी’ में कहा ,” स्कूली दिनों से ही वह अपने दम पर मैच जिताता था और उसमें नेतृत्व क्षमता थी. वह विकेट भी लेता था और शतक भी जमाता था . मैने नौवीं कक्षा में ही उसे स्कूली टीम का कप्तान बना दिया था.