नई दिल्ली/दि. 22 – आईसीसी टी20 विश्व कप 2021 के पहले राउंड में एक बार फिर इतिहास रचा गया. पहले राउंड के मुकाबलों के आखिरी दिन नामीबिया ने आयरलैंड पर ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए पर-12 राउंड में जगह बनाई. अफ्रीकी महाद्वीप की इस छोटी सी टीम ने पहली बार टी20 विश्व कप के मुख्य राउंड में जगह बनाई है, जहां से टीम अब खिताब के लिए अपनी दावेदारी ठोकेगी. अबू धाबी में शुक्रवार 22 अक्टूबर को खेले गए ग्रुप-ए के इस मुकाबले में नामीबिया ने आयरलैंड को सिर्फ 125 रनों के छोटे स्कोर पर रोक दिया और फिर इसके बाद कप्तान गेरहार्ड इरास्मस के जुझारू नाबाद अर्धशतक की मदद से 19वें ओवर में लक्ष्य हासिल कर 8 विकेट से यादगार जीत दर्ज की. 2003 के वनडे विश्व कप के बाद पहला मौका है, जब नामीबिया की टीम किसी विश्व कप के मुख्य राउंड में खेलेगी.
पहली बार टी20 विश्व कप में खेलने उतरी नामीबिया की टीम ने विश्व कप इतिहास (वनडे और टी20) में अपनी पहली जीत इसी बार दर्ज की. ग्रुप-ए में अपने से मजबूत नेदरलैंड्स को चौंकाने के बाद नामीबिया के सामने दूसरे राउंड में पहुंचने का अच्छा मौका था. हालांकि, उसके सामने आयरलैंड जैसी दमदार टीम की चुनौती थी, जो आईसीसी का पूर्ण सदस्य है और टेस्ट क्रिकेट का दर्जा हासिल कर चुका है. आयरलैंड ने भी एक मैच में जीत दर्ज की थी. ऐसे में इस मुकाबले को जीतने वाली टीम के पास अगले राउंड में पहुंचने का मौका था और नामीबिया ने इस ऐतिहासिक मौके को हाथ से जाने नहीं दिया.
आयरलैंड ने इस करो या मरो के मुकाबले में पहले बल्लेबाजी की और टीम के ओपनरों ने जबरदस्त शुरुआत की. पॉल स्टर्लिंग और केविन ओ’ब्रायन की अनुभवी ओपनिंग जोड़ी ने पावरप्ले में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 55 रन ठोके. दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 7.2 ओवरों में 62 रनों की मजबूत साझेदारी हुई. स्टर्लिंग सिर्फ 24 गेंदों में 38 रन बनाकर आउट हुए, जिसमें 5 चौके और 1 छक्का शामिल था. जल्द ही ओ’ब्रायन भी चलते बने. वह 25 रन (24 गेंद, 2 चौके) बनाकर आउट हुए. इन दोनों के आउट होने के बाद आयरिश टीम की पारी में पहले रनों की रफ्तार में कमी आई और फिर नामीबिया के गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी से दबाव बनाया, जिसके कारण आयरलैंड के बल्लेबाज जल्दी-जल्दी पवेलियन लौटने लगे और 20 ओवरों में टीम सिर्फ 125 रन (8 विकेट) बना सकी. ओपनरों के अलावा कप्तान एंंजी बलबर्नी ने 21 रन बनाए. बाकी कोई भी बल्लेबाज दोहरे आंकड़े तक नहीं पहुंच सका. नामीबिया के लिए यान फ्रायलिंक ने 4 ओवरों में सिर्फ 21 रन दिए और 3 विकेट झटके, जबकि ऑलराउंडर डेविड वीजा ने 2 विकेट चटकाए.
इस लक्ष्य का पीछा करते हुए नामीबिया ने ओपनर क्रेग विलियम्स (15) का विकेट जल्द ही गंवा दिया. फिर दूसरे ओपनर जेन ग्रीन ने कप्तान गेरहार्ड इरास्मस के साथ मिलकर अच्छी साझेदारी कर टीम को मजबूती दी. हालांकि, आयरलैंड के गेंदबाजों ने रनों की रफ्तार को लगाम में रखा, लेकिन विकेट न मिलने के कारण टीम मुश्किल में पड़ती गई. आखिरकार इरास्मस और डेविड वीजा ने तीसरे विकेट के लिये 31 गेंद में नाबाद 53 रन की साझेदारी निभाकर टीम को 18.3 ओवर में दो विकेट पर 126 रन बनाकर जीत दिलायी. वीजा ने चौका लगाकर टीम को सुपर 12 में पहुंचाया. इरास्मस ने 49 गेंद में तीन चौके और एक छक्के से नाबाद 53 रन बनाये. मैन ऑफ द मैच चुने गए डेविड वीजा ने 14 गेंद में एक चौके और दो छक्के से नाबाद 28 रन की पारी खेली. इस ऐतिहासिक जीत के बाद नामीबिया के कप्तान भावुक हो गए और बीच मैदान में ही रोने लगे. नामीबिया अपने ग्रुप में दूसरे स्थान पर रही और सुपर-12 राउंड के ग्रुप-2 में जगह बनाई है, जहां उसका सामना भारत, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, अफगानिस्तान और स्कॉटलैंड से होगा. वहीं ग्रुप-ए में नामीबिया से आगे पहले स्थान पर रहने वाली श्रीलंकाई टीम ग्रुप-1 में रहेगी, जहां विश्व चैंपियन वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और बांग्लादेश हैं.