नई दिल्ली/दि.३०– भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तानों में से एक सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ही इंडियन प्रीमियर लीग के पहले सीजऩ में कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान थे. दादा की कप्तानी में टीम का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था और पहले सीजऩ में टीम छठे स्तान पर रही थी. इसके बाद अगले सीजऩ के तत्कालीन कोच जॉन बुकानन (John buchanan) ने मल्टीपल कप्तान की थ्योरी को अपनाने का फैसला किया. इसके बाद गांगुली और कोच बुकानन के रिश्ते में दरार आ गई. बुकानन की यह थ्योरी भी कारगार साबित नहीं हुई और टीम ढ्ढक्करु 2009 में आखिरी स्थान पर रही.
इस सीजऩ के खत्म होने के बाद बुकानन की कोच पद से छुट्टी कर दी गई थी. अब लगभग 11 साल बाद बुकानन ने सौरव गांगुली को लेकर बड़ा दिया है. हाल ही में स्पोर्ट्स स्टार को दिए एक इंटरव्यू में बुकानन ने कहा कि गांगुली टी20 फॉर्मेट के खिलाड़ी नहीं थे. बुकानन स्पोर्ट्स स्टार को दिए इंटरव्यू में कहा, मेरा मानना है कि एक कप्तान के तौर पर आपको तुरंत फैसला लेने वाला खिलाड़ी चाहिए होता है, उस समय भी मेरी यही सोच थी. साथ ही आपको छोटे फॉर्मेट के अनुकूल होनी चाहिए. इसी को लेकर मेरी उनसे (Sourav Ganguly) से बातचीत हुई थी. मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि गांगुली टी20 फॉर्मेट के खिलाड़ी नहीं थे.
मल्टीपल कप्तानी के आइडिया पर बुकानन ने कहा, मुझे अभी भी लगता है कि सभी टीमों को इस बारे में सोचना चाहिए. मेरा मानना है कि एक खिलाड़ी को खेल के सभी फॉर्मेट को समझने की ज़रूरत है. कप्तान के रूप में आपको सही समय पर सही फैसले लेने की ज़रूरत होती है.
हाल ही में पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज़ और फेमस कॉमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने खुलासा किया था कि ढ्ढक्करु 2009 में कोच जॉन बुकानन और सौरव गांगुली के रिश्ते इतने खराब हो गए थे कि वे दादा को कप्तान के पद से हटाना चाहते थे और बुकानन इसमें सफल भी रहे.