ट्रॉफी अब हमारी हैं
अब तो विश्व कप हमारा हैं. एक भी मुकाबला हमने छोडा नहीं. रोहित शर्मा और पूरे दल ने बेजोड प्रदर्शन किया हैं. विशेषकर सेमी फाइनल का जिक्र करना चाहूंगी. टीम इंडिया ए में खेल चुकी हूं. कितना प्रेशर रहता है, यह शब्दोें में कोई भी नही बता सकता. उसमें ओस का फैक्टर महत्वपूर्ण हैं. ओस के कारण गेंद पर पकड नहीं बन पाती. बल्लेबाज के लिए सुविधा हो जाती हैं. वानखडे की पिच बल्लेबाजों की मददगार पाटा पिच कह सकते हैं. उसमें मो. शमी ने सात विकेट उखाड दिए. बल्लेबाज 300 से अधिक रन हर बार बना रहे हैं.दल में जोरदार आत्मविश्वास छलक रहा हैं. अब अंंतिम मैच में भी प्रदर्शन ऐसा ही रहेगा और ऑस्ट्रेलिया अथवा अफ्रीका को हम चित कर विश्व विजेता बनेेंगे. इसमें शक नहीं कि ट्रॉफी हम जीतेंगे. एक और बात कहना चाहूंगी. टीम के इस शानदार बेजोड प्रदर्शन में प्रशिक्षक राहुल द्रविड, बल्लेबाजी कोच विक्रम राठोड, गेंदबाजी कोच पारस म्हांबरे का बडा योगदान हैं. चयनकर्ताओं ने भी सही प्रतिभाओं को अवसर दिया.
– दिशा कासट,
क्रिकेटर, भारतीय महिला टीम ए,
अमरावती