नई दिल्ली/ दि. 12 – भारत के गेंदबाजी कोच भरत अरुण (Bharat Arun) का कहना है शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) के पास तेज गेंदबाजी करने वाला ऑलराउंडर बनने की क्षमता है. उनका बयान ऐसे समय में आया है जब हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) टीम इंडिया का हिस्सा नहीं है क्योंकि वे अभी गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं. पीठ में चोट के बाद से वे पहले की तरह गेंदबाजी नहीं कर पा रहे हैं. इसकी वजह से इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम में उनका चयन नहीं हुआ. बीसीसीआई की ओर से कहा भी गया था कि वह गेंदबाजी की स्थिति में नहीं हैं. भरत अरुण ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा कि वैसे तो ऑलराउंडर के ऑप्शन ढू़ंढ़ने का जिम्मा चयनकर्ताओं के पास होगा लेकिन ठाकुर ने निश्चित रूप से अपना दावा पेश किया है. पीटीआई से भरत अरुण ने कहा, ‘उनको ढूंढ़ने का काम चयनकर्ताओं का काम है और फिर हम ऑल राउंडर्स को तैयार करते हैं. शार्दुल ने साबित किया है कि वह ऑलराउंडर बन सकता है. उसने ऑस्ट्रेलिया में जो किया वह गजब था.’ हार्दिक आखिरी बार 2018 में भारत की ओर से टेस्ट मैच खेले थे. उस समय वे इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया का हिस्सा थे. 2019 से वह पीठ की चोट से जूझ रहे हैं. अभी आईपीएल 2019 में उनके कंधे में परेशानी हो गई. भरत अरुण ने माना कि हार्दिक जैसा खिलाड़ी काफी कठिन काम होगा.
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हार्दिक पर क्या बोले भरत अरुण
उन्होंने कहा, ‘मैं उम्मीद करता हूं कि हम उसके जैसे गेंदबाज को तैयार कर सकें. हार्दिक एक अद्भुत प्रतिभा हैं लेकिन दुर्भाग्य से उसको पीठ का ऑपरेशन कराना पड़ा और फिर इससे वापसी आसान नहीं होती. उसने इंग्लैंड के खिलाफ बॉलिंग की थी, मुझे लगता है कि उसने अच्छा काम किया. लेकिन उसे जारी रखने के लिए हमें उसका ध्यान रखना होगा और उसे मजबूत बनाना होगा. इसलिए हां हमें सीम बॉलिंग ऑलराउंडर की जरूरत है. घरेलू क्रिकेट में कुछ ऐसे खिलाड़ी होने चाहिए. हमें अभी तक घरेलू ऑलराउंडर्स को देखने को मौका नहीं मिला है.’ IPL में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलने वाले शार्दुल ठाकुर ने अभी तक भारत के लिए दो टेस्ट मैच खेले. वे अपने डेब्यू मैच में तो पहले ही ओवर में चोटिल होकर बाहर हो गए थे. लेकिन ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ब्रिस्बेन टेस्ट में उन्होंने छाप छोड़ी थी. उन्होंने सात विकेट लेने के साथ ही अर्धशतक भी लगाया था. शार्दुल खुद भी बॉलिंग ऑलराउंडर बनने की बात कह चुके हैं. इंग्लैंड दौरे पर उन्हें इस संबंध में मौका मिल सकता है. भारत को इंग्लैंड में छह टेस्ट मैच खेलने हैं. इसकी शुरुआत न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से होगी. फिर अगस्त से इंग्लैंड से पांच टेस्ट खेलने हैं.