चिखलदरा में स्कायवॉक का बंद पड़ा काम शुरु करें
प्रहारियों ने दी आंदोलन की चेतावनी

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१७ – विदर्भ के नंदनवन चिखलदरा में निर्माण होने वाला स्कायवॉक यह देश का गौरव है. स्कायवॉक होने से अमरावती जिले को ऐतिहासिक महत्व प्राप्त होगा. लेकिन केंद्र व राज्य के मतभेद में स्कायवॉक का काम तुरंत शुरु किया जाये, अन्यथा प्रहार स्टाईल में तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी प्रहार जनशक्ति पार्टी की ओर से शासन को दी गई है. स्वतंत्रता दिन पर स्कायवॉक के पास प्रहार के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया.
चिखलदरा में भारत और विश्व का पहला सर्वाधिक ऊंचा स्कायवॉक होगा. इस कारण चिखलदरा का सौंदर्य अब विश्व के नक्शे पर दिखाई देने वाला है. गोराघाट पॉईंट से हरिकेन पॉईंट तक स्कायवॉक 407 मीटर का यह प्रकल्प 2018 में प्रस्तावित है. इसके लिए करीबन 35 करोड़ रुपए खर्च होने वाले हैं. इसका काम तेज गति से शुरु किया गया था, लेकिन राज्य और केंद्र सरकार के उदासीन नियोजन के कारण स्कायवॉक का काम बंद पड़ा है. स्कायवॉक निर्मिति का काम तत्काल शुरु करें, इसके लिए चिखलदरा में जाकर स्कायवॉक के करीब प्रहार की ओर से मोदी सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया गया.
इस समय शहराध्यक्ष बंटी रामटेके, उपशहर प्रमुख श्याम इंगले, अभिजीत गोंडाणे, कमलेश दंडाले, निखिल सावध, रॉयल गोंडाणे, गोलू पाटील आदि उपस्थित थे.





