मराठी विश्वविद्यालय में पढाई हुई आरंभ
पहले दिन ही 52 विद्यार्थियों ने लिया ऑनलाइन प्रवेश

रिद्धपुर (अमरावती)/दि.4: देश के प्रथम मराठी विश्वविद्यालय में बुधवार से पाठ्यक्रम शुरु कर दिया है. विश्वविद्यालय के पहले कुलगुरु डॉ. अविनाश आवलगांवकर ने बुधवार को पदभार संभाला. पिछले पचास वर्षों से अखिल भारतीय महानुभाव परिषद इस विवि की मांग कर रहा था.रिद्धपुर भारतवर्ष में महानुभाव पंथ की काशी के नाम से जाना जाता है. सैकड़ों हस्तलिखित ग्रंथ आज भी गोपीराज ग्रंथालय में मौजूद है. इसीलिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सरकार ने मराठी भाषा का देश का प्रथम विश्वविद्यालय रिद्धपुर में शुरु करने का फैसला लिया था. इस विश्वविद्यालय में बुधवार से ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया शुरु कर दी गई है. डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए किसी भी भाषा में 12वीं उत्तीर्ण होना अनिवार्य है. कुलगुरु डॉ. अविनाश आवलगांवकर ने बताया कि मराठी भाषा में अनेक व्यावसायिक पाठ्यक्रम भी उपलब्ध करवाए जाएंगे.
इस अवसर पर अखिल भारतीय महानुभाव परिषद के अध्यक्ष महंत कारंजेकर बाबा, महंत नागराज बाबा, महंत गोपीराज बाबा, महंत वाईनदेशकर बाबा, महंत कृष्णराज बाबा, राघवेंद्र दादा बिड़कर, सुभाष पावड़े ने कुलगुरु डॉ. आवलगांवकर का पुष्पगुच्छ देकर सत्कार किया गया. डॉ. सुनीता सांगोले, रजिस्ट्रार डॉ. केशव तुपे, डॉ. यशपाल गुलदे, राम राठोड, सतीश मानकर, सुजाता असुलकर, वैशाली झेले, अतुल पडोले, राजू स्वर्गे, आयुश नांदुरकर, उज्वल कुचे, साहील निरवारे आदि उपस्थित थे.





