3459 सरकारी संपत्तियों पर कर टैक्स बकाया
1 करोड 80 लाख की वसूली शेष

* मनपा ने शासन को भेजा पत्र
अमरावती/ दि. 16- महापालिका की आर्थिक स्थिति कमजोर बनी है. आमदनी से अधिक खर्च महापालिका का हो रहा है. ऐसे में मनपा की आय का प्रमुख जरिया हाउस टैक्स हैं. देखा जाए तो करोडों का टैक्स अनेक संस्था और कंपनियों पर बकाया है. शासकीय संपत्तियों पर 1 करोड 80 लाख 52 हजार रूपए की जानकारी अधिकृत सूत्रों ने दी. उन्होने बताया कि शहर में महापालिका के पास 3459 सरकारी भवन अथवा संपत्ति के रूप में पंजीबध्द है.
महापालिका ने संपत्ति कर वसूली के लिए कुछ माह पहले खासा अभियान छेड रखा था. उसका हाउस टैक्स का सर्वाधिक बकाया रहने की जानकारी देते हुए बताया गया कि शासकीय और प्रशासकीय संपत्तियों पर पांचों झोन ने काफी कर बकाया है. जिनके भुगतान के लिए कर विभाग ने नोटिसेस भी जारी की. किंतु टैक्स का भुगतान अब तक नहीं हो पाया है. ऐसे में मनपा की आर्थिक दिक्कतें बढी हुई है.
इन सरकारी भवनों पर हैं टैक्स बकाया – विदर्भ महाविद्यालय , राज्य पाठ्यपुस्तक, जीएसटी भवन, जवाहर नवोदय, शासकीय अभियांत्रिकी, शासकीय अन्नधान्य गोदाम, सुपर स्पेशालिटी, डफरीन, इर्विन हॉस्पिटल, बी एंड सी कार्यालय और वसाहत, तहसील कार्यालय, आयटीआय, यातायात पुलिस कार्यालय, जिला स्टेडियम, पुलिस आयुक्तालय कर्मचारी वसाहत, मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प कार्यालय, सार्वजनिक बांधकाम कार्यालय, सिंचन, भूमि अभिलेख, जिला कोषागार, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, आरटीओ, विभागीय सहनिबंधक, मुक्त विद्यापीठ, मजीप्रा, विभागीय आयुक्त कार्यालय, रेलवे स्थानक , राजापेठ पुलिस थाने, राज्य उत्पादन शुल्क कार्यालय, वनाधिकारियों के क्वॉटर्स, डाक विभाग, पुलिस अधिकारियों के क्वॉटर्स, पुलिस थाने बडनेरा, पोस्ट ऑफीस बडनेरा आदि.





