शिक्षक समिति ने पांच से कम छात्रोवाले स्कूलों को तत्काल बंद करने का विरोध किया
प्राथमिक शिक्षक समिति ने शालेय शिक्षामंत्री को सौंपा ज्ञापन

अमरावती /दि.9 – आयुक्त (शिक्षा) के निर्देशानुसार 5 से कम विद्यार्थियों वाले स्कूलों को तत्काल बंद करने का पत्र जारी किया गया है. कम नामांकन के नाम पर स्कूलों को बंद करना हर गांव, झोपड़पट्टी और दूरदराज के इलाकों में शिक्षा को सार्वभौमिक बनाने की नीति के साथ असंगत है, जबकि शिक्षा के अधिकार अधिनियम में स्कूल बंद करने का कोई प्रावधान नहीं है. 5 या 5 से कम विद्यार्थियों वाले स्कूल मुख्य रूप से झोपड़पट्टी, मलिन बस्ती, टांडे और पाडे जैसे दूरदराज के इलाकों में हैं.जबकि ऐसे क्षेत्रों में, जैसे जंगली इलाकों में, नालों और नदियों को पार करने वाले गरीब आदिवासी, मेहनती और वंचित लोगों की शिक्षा व्यवस्था को बनाए रखना आवश्यक है, ऐसे स्कूलों को बंद करने से वहां के बच्चों (मुख्य रूप से लड़कियों) की शिक्षा ठप हो जाएगी. गांवों में स्कूल बंद करने और परिवहन की व्यवस्था करने का समाधान उचित नहीं है. आज हो रहे अत्याचारों के कारण लड़कियों की सुरक्षा पर बिल्कुल भी विचार नहीं किया जाता है.एक साधारण डर है कि इन गांवों में लड़के और लड़कियां शिक्षा की धारा से वंचित रह जाएंगे.इसलिए, महाराष्ट्र राज्य प्राथमिक शिक्षक समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजय कोम्बे और प्रदेश महासचिव राजन कोरगांवकर ने स्कूल शिक्षा मंत्री दादाजी भुसे, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री पंकज भोयर, स्कूल शिक्षा सचिव रणजीत सिंह देवत, शिक्षा आयुक्त सचिद्र प्रताप सिंह, शिक्षा उप सचिव तुषार महाजन और शिक्षा निदेशक (प्राथमिक) शरद गोसावी को राज्य में कोई भी स्कूल बंद न करने की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा है, शिक्षक समिति के राज्य प्रचार प्रमुख राजेश सावरकर को यह जानकारी दी गई है.
सुना है कि उच्च न्यायालय में एक हलफनामा (शपथ पत्र) दिया गया है कि कोई भी सरकारी स्कूल बंद नहीं किया जाएगा. यदि हां, तो उस हलफनामे का क्या? बच्चों के शैक्षणिक हितों और सुरक्षा की अनदेखी करते हुए कम नामांकन के नाम पर स्कूलों को बंद करना एक क्रूर कदम है.महाराष्ट्र राज्य प्राथमिक शिक्षक समिति द्वारा पुरज़ोर अनुरोध किया जाता है कि तथ्यों की अनदेखी किए बिना कम नामांकन के नाम पर स्कूलों को बंद न किया जाए.यह मांग प्राथमिक शिक्षक समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजय कोम्बे, प्रदेश महासचिव राजन कोरगांवकर, प्रदेश नेता उदय शिंदे, प्रदेश सलाहकार विजयकुमार पंडित, महादेव पाटिल मालवदकर, प्रदेश उपाध्यक्ष राजन सावंत, आनंदा कांदलकर, विलास कंटेकुरे, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सयाजी पाटिल, प्रदेश कोषाध्यक्ष नंदकुमार होलकर, प्रदेश संगठक राजेंद्र खेडकर, सुरेश पाटिल, प्रदेश कार्यालय सचिव किशोर पाटिल, सतीश सांगले, प्रदेश संपर्क प्रमुख किशन बिरादार, प्रदेश प्रवक्ता नितिन नवले, प्रदेश प्रचार प्रमुख राजेश सावरकर, प्रदेश लेखा परीक्षक पंडित नागरगोजे, महिला मोर्चा प्रमुख वर्षा केनवडे, नपा-माकपा मोर्चा प्रमुख सुधाकर सावंत, पुरानी पेंशन मोर्चा प्रमुख प्रफुल्ल पुंडकर, उर्दू मोर्चा प्रमुख सैयद शफीक अली ने की है.





