टीम डॉ. अलीम पटेल ने किया डफरिन का घेराव

नर्सो व स्टाफ पर मारपीट व गाली गलौज का आरोप

* आठ दिन में कार्रवाई का मिला लिखित पत्र

अमरावती / दि. 13 – हर बार सुर्ख़ियों मे रहने वाले जिला स्त्री रुग्णालय (डफरिन) अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में आ गया हैं. इस बार यहां की नर्सेस और स्टाफ पर मरीज व रिश्तेदार के साथ मारपीट करने का आरोप किया गया. डॉ. अलीम पटेल के नेतृत्व में अस्पताल प्रशासन का घेराव किया गया. तब जांच कर 8 दिनों में कार्रवाई करने का लिखित आश्वासन दिए जाने की जानकारी है.
ग्रामीण क्षेत्र सिरखेड़ तालुका मोर्शी की रहवासी सालेहा परवीन शे. समीर ने अपनी दी गई लिखित शिकायत व प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मिडिया को मामला बताते हुए कहा कि मेरा ट्रीटमेंट गर्भवती के पहले 3 महीने अमरावती के कोहिनूर हॉस्पिटल में किया फिर उसके बाद आगे का इलाज आर्वी के प्राइवेट हॉस्पिटल में चला रहा थे. 8 महीने गर्भवती में मेरे मम्मी के घर आई थी फिर उसके बाद गर्भवती की 9 महीने 7 दिन पेट में तकलीफ हुई तो मुझे मेरे परिवार वालो ने अमरावती जिला स्त्री रुग्णालय डफरिन अस्पताल में तारीख 26/5/2025 को रात 12:00 बजे एडमिट किया फिर मेरा वार्ड नंबर 1 में हुआ और वहां मेरा ट्रीटमेंट चालू था पेट में काफी तकलीफ होने के बावजूद मुझे लेबर रूम में 28/5/2025 तारीख को रात 12:30 को लेबर रूम में लेकर गए मेरे साथ मारपीट गाली गलौज सिस्टर वह कर्मचारियों ने किया और मेरी डिलीवरी नार्मल हुई 3:00 बजे रात और मेरा ओलवाल बाहर न निकलते हुए डबल अंदर डालकर टाके मार दिए गए फिर मेरे को वार्ड नंबर एक में शिफ्टिंग किया गया बच्चे को शिफ्टिंग किया गया फिर दूसरे दिन से मुझे तकलीफ थी पेट में तो डॉक्टर ने चेकअप करके सोनोग्राफी किया दो दिन ट्रीटमेंट दिया फिर भी पेट में तकलीफ थी और उनका बोलना था आपका ओहवाल नहीं निकला है अंदर रह चुका है इसके लिए फिर 3 तारीख को सुपर हॉस्पिटल में एम आर आय करवाने के लिए रेफर किया गया. लेकिन सुपर हॉस्पिटल में मुझे और मेरे पिताजी ने समाज सेवक सैय्यद नसीम को पूरा मामला बताया कि मुझे गाली गलौज मारपीट की गई लेबर रूम में और मेरा ओहवाल अंदर डालकर टांके मार दिए गए और पेशेंट ने समाज सेवक को कहां के आप मेरी रिकॉर्डिंग करो और अपने अधिकारी लोगों को बोलना कार्रवाई करने का उन्होंने मुझे फिर सुपर हॉस्पिटल में एमआईआय की सुविधा न होने की वजह से रिटर्न जिला स्त्री रुग्णालय डफरिन लाया गया. फिर 4 तारीख को उसे नागपुर जीएमसी मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया फिर जैसी ही नागपुर पेशेंट पहुंच मेडिकल कॉलेज में उसने पूरा मामला बताया तो मेडिकल कॉलेज वालों का बोलना था यह आपका पेशेंट के साथ तो हुआ. ऐसे कई सारे सिरीयस क्रिटिकल करके पेशेंट यह लोग भेजते रहते हैं क्यों उनको ट्रीटमेंट करना नहीं आता है क्या नहीं तो फिर उन लोगों ने हॉस्पिटल बंद कर देना चाहिए ऐसा सवाल नागपुर मेडिकल कॉलेज जीएमसी के डॉक्टर व कर्मचारी सिस्टर कर रहे थे. पेशेंट के रिश्तेदार और पेशेंट से आपके साथ गलत व्यवहार और गलत ट्रीटमेंट होने की वजह से आपका ओहवाल अंदर रहे गया है उसको निकालने के लिए ऑपरेशन की जरूरत पड़ती है फिर उन्होंने कंटिन्यू टेटमेंट किया और कुछ ओहवाल तुकडे निकाल कर ऑपरेशन किया कुछ दिन बाद मेरा तकरीबन 2 महीने से टेटमेंट जारी जारी था. मरीज महिला ने जिला स्त्री रुग्णालय डफरिन और प्रशासन और पुलिस प्रशासन से रिक्वेस्ट और विनंती के वह जरूर इस विषय में दोषी है उनके ऊपर जल्द से जल्द कार्रवाई हो, ऐसी मांग निवेदन में की है. ,निवेदन देते वक्त किरण गुडधे, डॉक्टर अलीम पटेल आरोग्य प्रमुख सैय्यद नसीम जाविद सर शजर रहीम राही, अरशद पठान, नईम रहेबर, मोहम्मद तसव्वुर,मोहम्मद फारूक,मुहीब अली खान,मोहम्मद फरीद,कलीम खान,शेख अल्तमश,मोहसिन खान, रिज़वान खान रुग्ण के पिता वाहिद खान और अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे.

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