कांग्रेस नेता जगताप के विरूध्द तहसीलदार
नहीं सुनेंगे अब पूर्व विधायक की बात

* कलेक्टर को दिया निवेदन
अमरावती / दि.3 – महाराष्ट्र राज्य तहसीलदार व नायब तहसीलदार संगठन ने पूर्व विधायक एवं कांग्रेस नेता वीरेंद्र जगताप पर राजस्व अधिकारियों से दुर्व्यवहार करने के विरोध में आज दोपहर जिलाधीश के नाम निवेदन आरडीसी अनिल भटकर को सौंपा. निवेदन में स्पष्ट कहा गया कि अब वे पूर्व विधायक जगताप की कोई बात नहीं सुनेंगे. यह भी आरोप लगाया कि जगताप ने गालियां बकी. धमकियां दी. फोन पर भी वे अरे कारे की भाषा कहने का आरोप निवेदन में किया गया. निवेदन देते समय तहसीलदार विजय लोखंडे, तहसीलदार संजय गरकन, रवींद्र कानडजे, पूजा माटोडे, मयूर कलसे, अभय घोरपडे, रामदास शेलके, अजीतकुमार येने, नायब तहसीलदार एनएस तिवारी, प्रभारी तहसीलदार मोर्शी वीबी वानखडे, प्रभारी तहसीलदार चिखलदरा सुधिर धावरे, धारणी के तहसीलदार प्रदीप शेवाले, पुष्पा दाबेराव, अश्विन जाधव, चांदूर रेल्वे की एसडीओ तेजश्री कोरे, मोर्शी के एसडीओ प्रदीप पवार, अचलपुर के बलवंत अरखराव आदि उपस्थित थे.
निवेदन के अनुसार कांग्रेस नेता जगताप ने नायब तहसीलदार वसंत पखाले से गालीगलौच की. यह भी कहा कि चुनाव विभाग में मूर्ख लोग बैठते हैं. पखाले से कहा कि आदेश न रहने पर भी चुनाव विभाग में बैठा कैसे. उसे गालीगलौच करने का आरोप जगताप पर लगाया गया है. चांदूर रेलवे की एसडीओ का भी सभी के सामने असंवैधानिक भाषा में अपमान करने का आरोप निवेदन में किया गया है. निवेदन के अनुसार पूर्व विधायक जगताप ने रोकने की कोशिश करने पर कहा कि इसी भाषा में बोलूंगा. हिम्मत होंगी तो 353 अंतर्गत केस कर दिखाएं. तहसीलदार संगठन ने कहा कि वे अब कांग्रेस नेता जगताप के फोन रिसीव नहीं करेंगे.





