तहसीलदार ने शौचालय में फेंकी 2 लाख की रकम

रिश्वत लेते पकडे जाने का खतरा होते ही

* बुलढाणा में तहसीलदार के घर पर एसीबी की कार्रवाई
बुलढाणा /दि.15 – समिपस्थ मोताला तहसील के तहसीलदार हेमंत पाटिल के बुलढाणा स्थित निवासस्थान पर छापामार कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग ने तहसीलदार हेमंत पाटिल को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया. खास बात यह रही कि, अपने खिलाफ एसीबी की कार्रवाई होने का संदेह होते ही तहसीलदार ने रिश्वत की रकम को शौचालय में डालकर सबूत नष्ट करने का प्रयास किया, यह कार्रवाई रविवार 14 सितंबर को हुई. जिसके चलते पूरे परिसर में अच्छा खासा हडकंप व्याप्त है.
इस संदर्भ में दर्ज शिकायत के मुताबिक मोताला तहसील के थड गांव का एक किसान गट क्रमांक 23 में स्थित 1.62 हेक्टेअर खेत अपने भानजे को बेचनेवाला था. जिसके लिए सौदा पत्रक भी तैयार किया गया था और इस जमीन को भोगवटदार वर्ग-2 से वर्ग-1 में रुपांतरित करना था. जिसके लिए उस किसान के भानजे ने तहसीलदार हेमंत पाटिल से मुलाकात की, तो तहसीलदार पाटिल ने इस काम के लिए प्रति एकड 50 हजार रुपए के हिसाब से दो लाख रुपयों की मांग की. जिसकी शिकायत संबंधित किसान व उसके भानजे ने अकोला एसीबी से की. जिसके बाद अकोला एसीबी ने 13 सितंबर को मामले की जांच-पडताल पूरी करते हुए रविवार 14 सितंबर को अपना जाल बिछाया. जिसके तहत जब तय हुई बात के मुताबिक शिकायतकर्ता व्यक्ति रिश्वत के तौर पर दो लाख रुपए देने के लिए तहसीलदार हेमंत पाटिल के बुलढाणा स्थित घर पर पहुंचा, तो एसीबी के दल ने तुरंत ही हरकत में आकर तहसीलदार हेमंत पाटिल को रिश्वत की रकम के साथ अपने हिरासत में लिया. खास बात यह रही कि, रिश्वत की रकम को स्वीकार कर लेने के बाद तहसीलदार हेमंत पाटिल को जैसे ही यह आभास हुआ कि, संभवत: इस बात की शिकायत एसीबी से की जा चुकी है और अब एसीबी द्वारा उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है, तो तहसीलदार पाटिल ने तुरंत ही रिश्वत के तौर पर मिले दो लाख रुपयों को शौचालय में फेंककर सबूत नष्ट करने का प्रयास किया. हालांकि तहसीलदार पाटिल का यह प्रयास नाकाम साबित हुआ और एसीबी के दल ने तहसीलदार पाटिल को रिश्वत की रकम के साथ ही अपने कब्जे में लिया.

 

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