मोर्शी शहर में आवारा श्वानों का आतंक
कई पालतू पशुओं को किया घायल

* पशुपालकों में दहशत
मोर्शी/दि.11-मोर्शी शहर में इन दिनों आवारा श्वानों के आतंक से नागरिकों और पशुपालकों में दहशत निर्माण हो गई है. आवारा श्वानों ने कई पालतू पशुओं पर हमला कर गंभीर रुप से घायल करने की घटनाएं बढ गई है. बरसात के दिनों में शहर में सर्वत्र कीचड है. ऐसे में आवारा श्वानों का जमावडा जगह-जगह दिखाई देता है. यह आवारा श्वान मार्ग से गुजरने वाले वाहन चालकों और राहगीरों पर हमला कर रहे है, इतनाहीं नहीं तो पालतू पशुओं को भी इन श्वानों ने अपना लक्ष्य बनाया है. शहर के खोलवाट पुरा, रेहान पार्क, शम्स कॉलनी तथा पेठपुरा परिसर में अनेक पालतू पशु, बकरीयां, गाय-भैंस आदि पशुओं पर आवारा श्वानों द्वारा हमला कर घायल करने की घटनाएं हो रही है. इस पर नगर पालिका प्रशासन ने ध्यान देकर तुरंत बंदोबस्त करना आवश्यक हो गया है, अन्यथा यह आवारा श्वान छोटे बच्चों, महिलाओं पर भी हमला करने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता.
श्वानों का ब्रीडिंग टाईम शुरु हुआ है. इस दौरान श्वानों द्वारा पालतू पशुओं पर जैसे की बकरी, बछडा, पालतू श्वान पर हमला करने का प्रमाण बढ जाता है. इन दिनों पशु वैद्यकीय अस्पताल में रोजाना 2-3 केसेस श्वान बाइट की आती है. पशुपालकों ने सावधानी बरतते हुए आवारा श्वानों से अपने पालतू पशुओं को दूर रखना आवश्यक है. तथा किसी भी पालतू पशु को श्वान दंश होने पर पशुचिकित्सालय में आकर टीकाकरण कराएं, ताकि रैबीज जैसी जानलेवा बीमारी का संक्रमण नहीं होगा, यह आवाहन मोर्शी के पशु संवर्धन विकास अधिकारी डॉ. मनीष पुंड ने किया.
पशुचिकित्सालय परिसर में आवारा श्वानों का डेरा
जहां शहर में आवारा श्वानों का आतंक है, वहीं मोर्शी के पशुचिकित्सालय परिसर में 7-8 आवारा श्वानों का डेरा रहता है. पशु अस्पताल में आने वाले लोगों पर तथा पशुओं पर यह आवारा श्वान दौडने से भय निर्माण हो रहा है. इस संबंध में मोर्शी नगरपालिका में फरवरी माह में शिकायत करने पर न. प. प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की, ऐसा पशुचिकित्सालय प्रशासन ने बताया.





