ठाकरे बंधु ‘मराठी’ के लिए हुए एकजुट

शिवसेना व मनसे पदाधिकारियों ने जताई खुशी

अमरावती/दि.7– शिवसेना व मनसे के बीच करीब 20 साल बाद मनोमिलन हुआ तथा अब तक एक-दूसरे पर जमकर कीचड उछालनेवाले उद्धव ठाकरे व राज ठाकरे लंबे समय बाद एक साथ आए. ‘मराठी’ के मुद्दे पर दोनों भाई विगत शनिवार को एक मंच पर दिखाई दिए हैं. ऐसे में अब दोनों भाईयों की आगे की यात्रा कहां तक पहुंचती है, इसे लेकर अच्छी-खासी उत्सुकता देखी जा रही है. वहीं फिलहाल शिवसेना उबाठा व मनसे के स्थानीय पदाधिकारी अपने नेताओं के एकजुट होने से काफी हद तक हर्षित दिखाई दे रहे है और इसे राज्य की राजनीति के लिहाज से एक बडा पडाव मान रहे है.

* ‘मराठी माणूस’ के लिए बेहद आनंदवाला पल है कि, राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे मराठी के लिए एक बार फिर एक साथ आए है. इस घटना के निश्चित तौर पर दूरगामी परिणाम होंगे और महाराष्ट्र का भविष्य उज्वल होगा.
-पप्पू पाटिल
मनसे नेता, अमरावती.

* मराठी अस्मिता के लिए ठाकरे बंधुओं का दुबारा एकजुट होना मौजूदा समय की सबसे बडी जरुरत थी. यह केवल ठाकरे बंधुओं की एकता नहीं, बल्कि महाराष्ट्र के आत्मसम्मान का पुनर्जन्म है. अपनी राजनीति को परे रखते हुए मराठी भाषियों के लिए ठाकरे बंधुओं का एकत्रित आना एक नए युग की शुरुआत है.
– कपिल निर्गुण
जिला प्रमुख, मनसे.

* दोनों ठाकरे बंधु मराठी अस्मिता के लिए एकत्र आए है, यह मराठी भाषियों के लिए बेहद आनंद का दिन है. ठाकरे बंधुओं के लिए ही सरकार को डरकर हिंदी की अनिवार्यता को रद्द करना पडा था. साथ ही अब सरकार को जल्द ही मराठी भाषियों की ताकत दिखाई देगी.
– पराग गुडधे
जिला प्रमुख, शिवेसना उबाठा.

* उद्धव ठाकरे व राज ठाकरे मराठी भाषियों के लिए एकजुट आए है, यह बात दोनों पार्टियों के साथ-साथ मराठी भाषियों के लिए बेहद आनंददायी बात है और इसका महाराष्ट्र की राजनीति पर दूरगामी प्रभाव दिखाई देगा.
– प्रवीण हरमकर
शहर प्रमुख, शिवसेना उबाठा.

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