अब किसी भी वक्त हो सकती है भाजपा-सेना की युति की घोषणा

गठबंधन की बात हुई तय, सीटों को लेकर फंसा पेंच

* शाम 6 बजे दोनों पार्टियों की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी
* आज दिनभर होटल महफिल में दोनों दलों के बीच चलता रहा चर्चा एवं बैठक का दौर
* 52 सीटों के बंटवारे पश्चात 23 सीटों को लेकर चलती रही पूरा दिन चर्चाएं
* भाजपा की ओर से दिए गए सीट बंटवारे के फॉर्म्यूले पर दिनभर हुई माथापच्ची
* शिंदे सेना के मंत्री संजय राठोड व भाजपा विधायक संजय कुटे ने किया बैठकों का नेतृत्व
* दोनों नेता आज शाम 6 बजे करेंगे युति व सीटों के बंटवारे का ऐलान
अमरावती /दि.26- अमरावती महानगरपालिका के आगामी चुनाव हेतु भारतीय जनता पार्टी, शिंदे गुट वाली शिवसेना और युवा स्वाभिमान पार्टी के बीच युति का मामला विगत कुछ दिनों से लगातार अधर में लटका हुआ दिखाई दे रहा है. जिसके चलते तीनों ही दलों के इच्छुक दावेदारों ने उत्सुकता के साथ ही संभ्रम वाली स्थिति बनी हुई है. परंतु अंदरुनी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आज दोपहर बाद स्थानीय होटल महफिल में शिंदे गुट वाली शिवसेना से मंत्री रहनेवाले संजय राठोड तथा भाजपा के विधायक संजय कुटे के नेतृत्व में दोनों राजनीतिक दलों के प्रमुख पदाधिकारियों की मौजूदगी के बीच युति को लेकर ‘फुल एंड फाइनल’ चर्चा हुई. जिसमें यह तो तय किया गया कि, दोनों दल मनपा का चुनाव युति के तौर पर लडने जा रहे है. परंतु अंतिम समय तक कुछ सीटों के बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ था. जिसके चलते संभ्रम पूरी तरह से दूर भी नहीं हुआ था. इसी बीच यह जानकारी भी सामने आई कि, आज शाम 6 बजे मंत्री संजय राठोड व विधायक संजय कुटे द्वारा एक संयुक्त पत्रकार परिषद को संबोधित किया जाएगा. जिसमें युति के साथ-साथ सीट बंटवारे को लेकर स्पष्ट रुप से घोषणा की जाएगी. ऐसे में अब सभी की निगाहें आज शाम होनेवाली पत्रकार परिषद पर टिकी हुई है.
बता दें कि, मनपा के आगामी चुनाव हेतु भाजपा, शिंदे गुट वाली शिवसेना तथा विधायक रवि राणा के नेतृत्ववाली युवा स्वाभिमान पार्टी ऐसे तीनों दलों के बीच युति होने की चर्चाएं विगत करीब डेढ-दो सप्ताह से चल रही थी. वहीं इन तीनों दलों में से भाजपा व शिंदे गुट वाली शिवसेना के बीच युति को लेकर पिछले 3-4 दिनों के दौरान जहां अमरावती में अलग-अलग दौर की कई चर्चाएं हुई और गत रोज दोनों दलों की नागपुर में अलग-अलग बैठके होने के साथ ही एक संयुक्त बैठक भी हुई. जिसमें भाजपा की ओर से राजस्व मंत्री बावनकुले व पार्टी के संगठन मंत्री डॉ. उपेंद्र कोठीकर तथा शिंदे गुट वाली शिवसेना की ओर से मंत्री उदय सामंत व संजय राठोड के साथ ही दोनों दलों की कोर कमिटियों के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित थे.
जानकारी के मुताबिक इस बैठक में सीट बंटवारे को लेकर यह तय किया गया कि, पिछले चुनाव में जिस पार्टी ने जितनी सीटें जीती थीं, उतनी सीटें तो उसी पार्टी के हिस्से में रहेंगी. जिसके चलते भाजपा के हिस्से वाली 45 व शिंदे गुट वाली शिवसेना के हिस्से वाली 7 सीटों ऐसे कुल 52 सीटों का मामला तय हो गया और शेष बची हुई सीटों के बंटवारे को लेकर आज दोपहर 2 बजे एक बार फिर अमरावती में दोनों दलों के प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक होना तय हुआ. जिसे लेकर पता चला है कि, इस बैठक में भाजपा की ओर से शिंदे गुट वाली शिवसेना को लिस्ट सौंपते हुए बताया गया कि, युति के तहत भाजपा द्वारा शिवसेना के लिए और कितनी सीटे छोडी जा सकती है तथा कितनी सीटे युवा स्वाभिमान पार्टी को दी जानी है. ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि, इस बैठक के बाद दोनों पार्टियों की ओर से बुलाई जानेवाली संयुक्त पत्रकार परिषद में युति एवं सीटों के बंटवारे को लेकर कौनसी घोषणा की जाती है. साथ ही साथ यह देखना भी बेहद दिलचस्प होगा कि, क्या भाजपा-शिंदे सेना के बीच युति को लेकर मामला स्थानीय स्तर पर ही सुलझ जाता है, या फिर इसे एक बार फिर ‘उपरी कोर्ट’ यानि मंत्री बावनकुले के पास नागपुर भेजा जाता है.
बता दें कि, अमरावती मनपा के 22 प्रभागों की 87 सीटों में से भाजपा द्वारा तीन मुस्लिम बहुल प्रभागों की 12 सीटों को छोडकर शेष 19 प्रभागों की करीब 75 सीटो पर ही चुनाव लडने की तैयारी की जा रही है. यही स्थिति लगभग शिंदे गुट वाली शिवसेना और युवा स्वाभिमान पार्टी के साथ भी है. जिसके चलते तीनों दलों के बीच इन्हीं 75 सीटों के बंटवारे को लेकर विगत कुछ दिनों से बातचीत चल रही है. जिसमें से शिंदे गुट वाली शिवसेना ने खुद के लिए 30 सीटे छोडे जाने की मांग करते हुए युवा स्वाभिमान पार्टी के साथ अपना कोई लेना-देना नहीं रहने की बात पहले ही स्पष्ट करते हुए साफ तौर पर कहा है कि, युति के तहत भाजपा चाहे तो अपने खुद के कोटे में रहनेवाली सीटों में से युवा स्वाभिमान पार्टी के लिए सीटे छोड सकती है. वहीं दूसरी ओर भाजपा दोनों ही घटक दलों को संतुष्ट करने की रणनीति पर काम कर रही है. जिसके तहत भाजपा ने गत रोज ही सीट बंटवारे को लेकर यह फॉर्मूला तय कर लिया था कि, पिछली बार के चुनाव में जिस पार्टी ने जितनी सीटों पर जीत हासिल की थी. इस बार युति के तहत उस पार्टी का कम से कम उतनी सीटों पर तो दावा रहेगा ही. इसके बाद शेष सीटों का तीनों दलों के बीच आनुपातिक लिहाज से बंटवारा होगा. चूंकि पिछली बार के चुनाव में भाजपा ने 45, शिवसेना ने 7 एवं वायएसपी ने 3 सीटे जीती थी. इस लिहाज से भाजपा ने 75 में से 55 सीटों का बंटवारा लगभग तय कर लिया है. वहीं अब बची हुई 20 सीटों में से तीनों दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर माथापच्ची जारी है.
राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक शिवसेना को इन 20 में से लगभग आधी सीटे खुद को मिलने की पूरी उम्मीद है. जबकि भाजपा इसमें से शिवसेना को 25 फीसद एवं युवा स्वाभिमान को 25 फीसद सीटे देते हुए खुद के लिए 50 फीसद सीटे रखने की भूमिका में है, यानि इन शेष बची हुई 20 सीटों में से शिवसेना को 5, युवा स्वाभिमान पार्टी को 5 सीटे देने के बाद भाजपा अपने लिए 10 सीटे रखेगी. सीट बंटवारे के इस संभावित फॉर्मूले को लेकर दैनिक ‘अमरावती मंडल’ ने गत रोज ही स्पष्ट अनुमान जता दिया था, जो आज हकीकत में साकार होता दिखाई दे रहा है. यदि सीट बंटवारे के इस फॉर्मूले पर तीनों दलो के बीच आज दोपहर हुई बैठक में सहमति बन जाती है, तो युति के तहत भाजपा 55, शिंदे गुट वाली शिवसेना 12 व युवा स्वाभिमान पार्टी 8 सीटों पर मनपा चुनाव लडेगी. ऐसा साफ तौर पर दिखाई दे रहा है.
बता चला है कि, आज दोपहर 2 बजे अमरावती में आयोजित होने जा रही बैठक में हिस्सा लेने के लिए शिंदे गुट वाली शिवसेना के मंत्री संजय राठोड यवतमाल से अमरावती पहुंच चुके है. वहीं इस बैठक में भाजपा की ओर से मनपा चुनाव हेतु निर्वाचन प्रभारी नियुक्त किए गए जलगांव जामोद के विधायक संजय कुटे भी उपस्थित थे. इसके अलावा दोनों पार्टियों की कोर कमिटियों के प्रमुख पदाधिकारियों की भी इस बैठक में उपस्थिति रही, जिनमें भाजपा की ओर से पूर्व सांसद नवनीत राणा, पूर्व मंत्री प्रवीण पोटे पाटिल, पार्टी के शहराध्यक्ष डॉ. नितिन धांडे, प्रदेश प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी व प्रदेश पदाधिकारी प्रा. दिनेश सूर्यवंशी, जयंत डेहनकर, किरण पातुरकर एवं किरणताई महल्ले तथा शिंदे गुट वाली शिवसेना की ओर से पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक कैप्टन अभिजीत अडसूल, पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता, पूर्व विधायक ज्ञानेश्वर धाने पाटिल, पूर्व शिक्षक विधायक प्रा. श्रीकांत देशपांडे, महिला नेत्री प्रीति संजय बंड व पार्टी के जिला प्रमुख संतोष बद्रे व श्याम देशमुख का समावेश था.
राजनीतिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आज दोपहर हुई बैठक में भाजपा व शिंदे सेना के बीच युति व सीट बंटवारे को लेकर आम सहमति बनने के बाद भाजपा द्वारा युति एवं सीट बंटवारे की स्थिति से युवा स्वाभिमान पार्टी को अवगत कराया जाएगा. साथ ही साथ यह जानकारी भी सामने आई है कि, अगर आज अमरावती में होनेवाली बैठक में सीट बंटवारे को लेकर बात नहीं बनती है, तो यह मामला एक बार फिर भाजपा द्वारा अपनी ‘उपरी कोर्ट’ यानि राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के पास भेजा जाएगा.
इन सभी बातों के मद्देनजर कहा जा सकता है कि, अब भाजपा व शिंदे सेना के बीच युति होने अथवा नहीं होने को लेकर कोई विशेष संदेह नहीं बचा है, क्योंकि गत रोज नागपुर में हुई बैठक में भाजपा की ओर से हिस्सा ले रहे मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले व शिंदे गुट वाली शिवसेना की ओर से हिस्सा ले रहे मंत्री उदय सामंत ने बैठक में उपस्थित अपनी-अपनी पार्टी की कोर कमिटी के प्रमुख पदाधिकारियों को स्पष्ट रुप से निर्देश दिए थे कि, अब युति करने के हिसाब से ही अगली बैठक हो तथा अगर 1-2 सीटे आगे-पीछे भी होती है, तो उसे कोई बडा मुद्दा न बनाते हुए आगे बढा जाए. ऐसे में यह तय है कि, अमरावती मनपा के आगामी चुनाव के लिए भाजपा व शिंदे गुट वाली शिवसेना की युति होने जा रही है. साथ ही इस युति में विधायक राणा के नेतृत्ववाली युवा स्वाभिमान पार्टी का भी शामिल रहना पूरी तरह से तय है. लेकिन इसके बावजूद तीनों दलों के बीच दोपहर बाद तक सीटों के बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ था. ऐसे में अब सभी की निगाहें शाम करीब 6 बजे दोनों दलों के नेताओं की ओर से संयुक्त तौर पर बुलाई गई पत्रवार्ता पर टिकी हुई है. जिसके बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि, आज हुई बैठक में दोनों दलों द्वारा युति करने एवं सीट बंटवारे को लेकर क्या निर्णय लिया गया है.

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