‘उन’ 200 कर्मचारियों के प्रमाणपत्रों की होगी जांच
मनपा के नगर सचिव द्वारा की जाएगी ‘क्रॉस चेकिंग’

* चुनावी ड्यूटी से बचना नहीं रहेगा आसान
अमरावती /दि.26 – सरकारी व अर्धसरकारी कर्मचारियों को चुनावी ड्यूटी का नाम सुनते ही पसीने छुटने शुरु हो जाते है और कई लोग इससे बचने के लिए ‘बाईपास’ खोजने लगते है. जिसके तहत गंभीर रुप से बीमार रहने की वजह, दिव्यांग प्रमाणपत्र, रिश्तेदारी में किसी के बीमार रहने की वजह जैसे कारणों को आगे करते हुए चुनावी ड्यूटी से बच निकलने के रास्ते खोजे जाते है. जिसके तहत इस बार भी मनपा आयुक्त सौम्या शर्मा से चुनावी ड्यूटी का आदेश प्राप्त होते ही करीब 200 अधिकारियों व कर्मचारियों ने गंभीर रुप से बीमार अथवा दिव्यांग रहने का प्रमाणपत्र जोडकर अपनी चुनावी ड्यूटी नहीं लगाने का निवेदन किया है. परंतु ऐसे कर्मचारियों की ओर से पेश किए गए प्रमाणपत्रों की ‘ऑन द स्पॉट’ जांच-पडताल की जा रही है. जिसके लिए नगर सचिव विभाग में स्वतंत्र टेबल भी लगाया गया है.
बता दें कि, निर्वाचन आयोग द्वारा मनपा के आम चुनाव की घोषणा के बाद निर्वाचन प्रक्रिया हेतु मतदान केंद्रनिहाय मतदान केंद्र प्रमुख एवं मतदान अधिकारियों की नियुक्ति की गई है. वहीं लगभग सभी महकमों के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा निर्वाचन आयोग की ओर से जारी निर्देशों की अनदेखी करते हुए चुनावी ड्यूटी से बच निकलने के रास्ते खोजे जा रहे है.
* निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार होगा आवेदनों पर विचार
एक ही समय पर कई अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा चुनावी ड्यूटी से बचनेवाली भूमिका अपनाए जाने के चलते निर्वाचन संबंधी कामकाज में काफी बाधाएं व दिक्कते निर्माण होती है. इस पार्श्वभूमिपर अमरावती महानगर पालिका की ओर से जारी प्रकटीकरण में सभी संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को सूचित करते हुए बताया गया है कि, चुनावी ड्यूटी से छूट मिलने हेतु आवेदन करते समय राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी निर्देशों को ध्यान में रखते हुए ही आवेदन किए गए. साथ ही साथ यह भी स्पष्ट किया गया है कि, ऐसे सभी आवेदनों पर राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी निर्देशों व तय मानकों के आधार पर ही विचार किया जाएगा.
* सभी प्रमाणपत्रों की होगी कसकर जांच
कई अधिकारियों व कर्मचारियों ने चुनावी ड्यूटी से अपना नाम हटाने हेतु खुद के गंभीर रुप से बीमार रहने के वैद्यकीय प्रमाणपत्र एवं दिव्यांग प्रमाणपत्र सहित अन्य प्रमाणपत्र पेश करते हुए आवेदन प्रस्तुत किए है. परंतु ऐसे सभी कर्मचारियों की ओर से प्रस्तुत प्रमाणपत्रों की बेहद कडाई के साथ जांच-पडताल की जाएगी और कोई भी प्रमाणपत्र फर्जी अथवा बनावटी पाए जाने पर संबंधितों के खिलाफ कडी कार्रवाई भी की जाएगी.
* तो अधिकारियों व कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई?
वैद्यकीय एवं अन्य प्रमाणपत्र प्रस्तुत कर चुनावी ड्यूटी से छुट मांगनेवाले सभी अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा प्रस्तुत प्रमाणपत्रों की सरकारी वैद्यकीय विशेषज्ञों के मार्फत जांच-पडताल की जाएगी और जांच में यदि कोई भी प्रमाणपत्र फर्जी अथवा बनावटी पाया गया, तो संबंधितों के खिलाफ राज्य निर्वाचन आयोग के 2 अगस्त 2006 के परिपत्रक तथा महाराष्ट्र नागरी सेवा (अनुशासन व अपील) नियम 1979 के अनुसार अनुशासन भंग की कडी कार्रवाई की जाएगी, ऐसी स्पष्ट चेतावनी मनपा आयुक्त सौम्या शर्मा चांडक द्वारा जारी की गई है.
* चुनावी ड्यूटी से छुट मिलने हेतु मनपा के 200 से अधिक अधिकारियों व कर्मचारियों ने आवेदन प्रस्तुत किए है. जिसके चलते उनकी दिव्यांगता एवं गंभीर बीमारियों से संबंधित प्रमाणपत्रों की ‘ऑन द स्पॉट’ जांच की जा रही है. इस हेतु एक स्वतंत्र टेबल की व्यवस्था की गई है. जहां पर नगर सचिव कार्यालय के अधिकारियों द्वारा सभी प्रमाणपत्रों की वास्तविकता को देखा जा रहा है.
– संदीप वडुरकर
नगर सचिव, अमरावती महानगर पालिका.





