कलेक्टर ने पैसे बांटने के शिकायत की नहीं ली दखल

वंचित आघाडी के नीलेश विश्वकर्मा का सीधा आरोप

* आशीष येरेकर के चांदुर रेलवे दौरे के समय बाचाबाची
* सुरक्षा गार्ड को रोका, गणेश राय भी थे मौजूद
* बीजेपी उम्मीदवार के पति और ठेकेदारों के लिए नाम
चांदुर रेलवे/दि.3 – चांदुर रेलवे नगर पालिका चुनाव के शांतिपूर्ण संपन्न होने के प्रशासन के दावे को पलीता लगाते हुए आपलं चांदुर पैनल के डॉ. नीलेश विश्वकर्मा ने जिलाधीश आशीष येरेकर पर उनकी शिकायत की दखल न लेनेे का आरोप कर येरेकर के चांदुर रेलवे अवलोकन दौरान सीधे उनसे बात का प्रयास किया. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार के पति पर ठेकेदारों और पंचायत समिति कार्यालय के लोगों को साथ लेकर वोटर्स को पैसे बांटने का बडा आरोप किया. विश्वकर्मा ने कलेक्टर पर इतनी गंभीर शिकायत के बावजूद चांदुर रेलवे में अधिकारियों अथवा पुलिस प्रशासन को इस बारे में संबंधितों पर एक्शन लेनेे के आदेश न दिए जाने पर भी रोष व्यक्त कर चुनाव आयोग से शिकायत की बात कही है. उल्लेखनीय है कि, नीलेश विश्वकर्मा की कलेक्टर आशीष येरेकर के साथ कथित झडप के वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल और चर्चित हुए है. उनकी कलेक्टर के साथ हुई बाचाबाची दौरान पूर्व नगराध्यक्ष गणेश राय भी मौजूद दिखाई दे रहे है. नीलेश विश्वकर्मा ने बीजेपी विधायक का नाम लेकर आरोप किए.
* क्या है वायरल वीडियो में
नीलेश विश्वकर्मा और कलेक्टर के बीच बातूनी झडप का वीडियो वायरल हुआ है. उसमें विश्वकर्मा सीधे तौर पर उनकी शिकायत की कलेक्टर येरेकर द्वारा दखल न लिए जाने से नाराज होकर अपनी बात कहते और आरोप लगाते दिखाई दे रहे हैं. विश्वकर्मा ने आरोप लगाया कि, बीजेपी उम्मीदवार के पति मतदान के दिन की छुट्टी होने के बावजूद पंचायत समिति का कार्यालय खोलकर दिनदहाडे करीब दो घंटे तक वोटर्स को पैसे बांटकर प्रभावित करते रहे. विश्वकर्मा के कार्यकर्ता वहां पहुंचे, तो यह सब नजारा उन्होंने देखा और चांदुर पुलिस एवं महिला अधिकारियों को शिकायत दी. उनकी मौखिक शिकायत की अधिकारियों के साथ ही किसी ने दखल न ली.
* पहुंचे कलेक्टर, बिफरे विश्वकर्मा
कलेक्टर येरेकर मतदान केंद्रों को भेंट दे रहे थे. यह पता चलते ही नीलेश विश्वकर्मा वहां पहुंचे. उन्होंने कलेक्टर के पास बीजेपी उम्मीदवार और कुछ ठेकेदारों द्वारा खुल्लमखुल्ला पैसे बांटे जाने का आरोप किया. वीडियो में नजर आता है कि, विश्वकर्मा अपनी शिकायत बोलते जा रहे हैं. जबकि कलेक्टर येरेकर उस पर ध्यान न देते हुए आगे बढते हैं. तब विश्वकर्मा का पारा चढ जाता है. वे कलेक्टर से उंची आवाज में बात कर उन्हें रोकते हैं. अपने आरोप दोहराते हैं. कलेक्टर के साथ चल रहे सुरक्षा गार्ड इस समय विश्वकर्मा को हाथ लगाकर रोकने की कोशिश करते है, जिससे विश्वकर्मा तमतमा उठते हैं.
* विश्वकर्मा ने लिए ठेकेदारों के नाम
नीलेश विश्वकर्मा कलेक्टर के गार्ड को परे कर कहते हैं कि, वे कोई प्रकार से कलेक्टर को क्षति नहीं पहुंचा रहे, अपनी शिकायत कर रहे. उसी समय एक अधिकारी और विश्वकर्मा को रोकने का प्रयास करता है, तो उसे भी नीलेश विश्वकर्मा परे कर कलेक्टर के सामने अपनी शिकायत रखते हैं. उन्होंने कलेक्टर से चुनाव अधिकारी के रुप में उनकी शिकायत पर तुरंत एक्शन लेने की मांग करते हुए बीजेपी प्रत्याशी के पति शैलेंद्र उर्फ बैजू मेटे, उम्मीदवारी से दूर रह गए खंडार, प्रफुल्ल सोलंकी, राजू चौधरी, सूरज चौधरी और अन्य द्वारा सरासर पैसे बांटने का आरोप किया. कलेक्टर ने उन्हें लिखित शिकायत देने की बात कही और आगे बढ गए. उस समय पुन: विश्वकर्मा ने बीजेपी विधायक की दादागिरी चलने एवं उनकी सभा को भी अनुमति न दिए जाने का आरोप किया. नीलेश विश्वकर्मा ने खुद को वंचित बहुजन आघाडी युवक का प्रदेशाध्यक्ष बताते हुए बीजेपी की दबंगई और पुलिस-प्रशासन द्वारा गंभीर शिकायतों की अनदेखी किए जाने के विरुद्ध उपर तक मामला ले जाने की बात कही है. उन्होंने यह भी कहा कि, 25 वर्षों तक लोगों के काम करने के बाद लोकतांत्रिक पद्धति से वे चुनाव लड रहे हैं. उनके कोई फ्रॉड के धंधे नहीं है. इसलिए वे किसी से खौफ नहीं खाते.

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