युवाओं में बढ रहा ‘दम मारो दम’ का क्रेज

प्रतिबंधित ई-सिगरेट से जमकर कश खींच रहे युवा

* शहर सहित जिले में धडल्ले के साथ हो रही प्रतिबंधित ई-सिगरेटों की विक्री
अमरावती/दि.19 – विगत सोमवार को शहर पुलिस की अपराध शाखा ने एक युवक के पास से विदेशी बनावट वाली 71 ई-सिगरेट जब्त की थी. वहीं इससे पहले 8 फरवरी को सीआईयू पथक ने कैम्प स्थित एक स्मोक शॉप पर छापा मारकर 55 नग इंपोर्टेड ई-सिगरेट बरामद की थी. जिसका सीधा मतलब है कि, उत्पादन, वितरण व विक्री हेतु प्रतिबंधित रहनेवाली ई-सिगरेटों की अमरावती शहर में जमकर खपत हो रही है. जिसके व्यसन के जाल में शालेय व महाविद्यालयीन विद्यार्थी भी फंस चुके है और कई युवा भी ई-सिगरेटों के जमकर कश खींच रहे है.
बता दें कि, स्वास्थ के लिए बेहद हानिकारक रहनेवाली ई-सिगरेटों के उत्पादन, आयात-निर्यात व विक्री पर केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है. लेकिन इसके बावजूद विदेशी कंपनियों द्वारा उत्पादित ई-सिगरेट का भारत में गैरकानूनी तरीके से आयात करते हुए उनकी विक्री की जाती है और युवाओं सहित शालेय एवं महाविद्यालयीन विद्यार्थियों में ई-सिगरेट बडी तेजी के साथ अपनी पैट भी बना चुकी है. ऐसे में पुलिस द्वारा आए दिन ई-सिगरेट की विक्री करनेवाले लोगों के साथ-साथ ई-सिगरेट का प्रयोग करनेवाले लोगों पर नजर रखी जाती है. जिसके तहत जहां विगत दिनों कैम्प परिसर स्थित द स्मोक नामक प्रतिष्ठान पर छापा मारा गया था, वहीं सोमवार को जयस्तंभ चौक परिसर में जय लोहानी नामक युवक को ई-सिगरेट की विक्री करते हुए पकडा गया. खास बात यह है कि, इन दोनों कार्रवाईयों के लिए खुद पुलिस कर्मी ही खुद ग्राहक बनकर पहुंचे थे. जिसके बाद छापे की कार्रवाई को अंंजाम दिया गया. ध्यान दिलाए जानेवाली बात यह भी है कि, कुछ दिन पहले शहर के एक नामांकित शाला में पढनेवाले कुछ विद्यार्थियों की बैग में भी ई-सिगरेट बरामद हुई थी. इसकी शिकायत संबंधित शाला के मुख्याध्यापक ने तत्कालीन सीपी नवीनचंद्र रेड्डी को भी बताई थी.

* क्या है ई-सिगरेट?
जिस सिगरेट से धुआं नहीं निकलता उसे ई-सिगरेट कहा जाता है. तंबाकूयुक्त सिगरेट का सेवन करने की बजाए तंबाकू में रहनेवाले निकोटिन नामक द्रव्य को शरीर में लेने के लिए ई-सिगरेट का प्रयोग किया जाता है. जिसमें निकोटिन का तरल स्वरुप में प्रयोग होता है. इस सिगरेट के उपकरण में एक छोटीसी बैटरी का समावेश रहता है और जब इस सिगरेक का कश खींचा जाता है तो द्रव्य रुप में रहनेवाले निकोटिन की भांप तैयार होकर शरीर के भीतर जाती है.

* स्वास्थ के लिए बेहद हानिकारक है ई-सिगरेट
ई-सिगरेट के सेवन की वजह से सूखी खांसी होने, गले व मुंह में खिचखिच की तकलीफ होने जैसे दुष्परिणाम होते है. साथ ही फुफ्फुस को भी नुकसान पहुंचता है. इसके अलावा रक्तदाब बढने तथा श्वसन नलिका, फुफ्फुस व मुंह के विकार होने की संभावना भी रहती है.
– डॉ. रवि भूषण
जनरल फिजिशियन.

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