टाकरखेडा में होता है देवी के अष्टरुपों का पूजन

400 वर्ष पुरानी मूर्ति हैं स्थापित

* 8 देवीयों के मंदिर में मनती है नवरात्री
अमरावती /दि.26 – समीपस्थ वलगांव निकट टाकरखेडा संभू गांव में नवरात्री का उत्सव बडे अनूठे अंदाज के साथ मनाया जाता है. जिसके तहत 8 देवीयों के मंदिर में दर्शनों हेतु भाविकों की अच्छी-खासी भीड उमडती है.
बता दें कि, करीब 4 वर्ष पूर्व घटस्थापना के पर्व पर एक खेत में लगभग 400 वर्ष पुरानी आसरामाई, जानामाई व इनामाई इन तीन देवीयों की मूर्तियां खुदाई के दौरान बरामद हुई थी. इन तीन मूर्तियों सहित कुल 8 मूर्तियों की मंदिर में प्रतिष्ठापना कर टाकरखेडा संभू में नवरात्रौत्सव मनाया जाता है. इससे पहले इस गांव में मरीमाता, मातामाई, तारामाई, देवामाई, सिरमाई व भिवसनमाई इन देवीयों के मंदिर थे. लेकिन वर्ष 2021 में मिली तीन प्राचीन मूर्तियों के चलते अब इस परिसर में कुल 8 देवीयों की पूजा-अर्चना होती है.
इस स्थान महात्म्य के चलते टाकरखेडा संभू में नवरात्रौत्सव हेतु भाविकों की अच्छी-खासी भीड उमडती है. देवी की मूर्तियां जुनाबाई व दशरथ सोनाजी इंगोले के प्रयासों से बरामद हुई थी और इस समय भी इंगोले दंपति द्वारा ही मंदिर की देखरेख की जाती है, जो विगत अनेक वर्षों से देवी की सेवा कर रहे है. वहीं मंदिर के व्यवस्थापन का जिम्मा विशाल तिरमारे द्वारा संभाला जाता है.

Back to top button