कार्तिकी एकादशी को भारी भीड
विठ्ठल- रूख्मिणी, भगवान लक्ष्मी नारायण के भक्तों ने लिए दर्शन

अमरावती/ दि.3 – शहर में रविवार को दिन भर कार्तिक एकादशी का उत्साह दिखाई दिया. शहर के अंबागेट के अंदर श्री विठ्ठल रूख्मिणी मंदिर तथा कौंडण्यपुर में श्री विठ्ठल रूख्मिणी मंदिर में सुबह से भक्तों के दर्शन के लिए लाईन लगी थी.
पंढरी के विठुराय के स्मरण करने का यह दिवस होने के कारण विविध मंदिर में सुबह काकडा आरती हुई. उसके बाद महापूजा नियमित आरती की गई. उसके बाद भक्तों ने पांडुरंग के दर्शन के लिए सभी को तुलसी के पत्ते का हार, उपवास का प्रसाद भक्तों को वितरित किया गया तथा मंदिर में आकर्षक विद्युत रोशनाई की गई. अनेक भक्तों ने आज ही तुलसी विवाह लगा लिया. जिसके कारण शहर में विविध जगह पर सायंकाल मंगलाष्टक के स्वर सुनाई दे रहे थे. भक्तों ने बडे उत्साह से तुलसी का विवाह किया. इसके साथ ही पटाखों की आतिशबाजी शुरू रही.
संत श्री गजानन महाराज मंदिर में भी विठ्ठल रूख्मिणी के मूर्ति का पूजन किया गया तथा कार्तिकी एकादशी निमित्त शहर की कॉलोनी में श्री गजानन विजय ग्रंथ का सामूहिक पारायण हुआ. उसी प्रकार भाजी बाजार में श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में कार्तिक उत्सव शुरू हुआ. विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया. रविवार को सायंकाल 7 बजे आयोजित भक्ती रंग कार्यक्रम में बडी संख्या में भक्तों की उपस्थिति थी.
* श्री अंबादेवी मंदिर में कार्तिक उत्सव
कार्तिक एकादशी के दूसरे दिन बारस को परंपरानुसार अंबादेवी व एकवीरा देवी मंदिर में सायंकाल 5 बजे तुलसी विवाह किया जाता है. उसके बाद 6 बजे आरती होती है. अपरान्ह काकडा आरती की जाती है. इसी उत्सव के एक भाग के रूप में 350 वर्षो से पुरानी परंपरानुसार श्री अंबादेवी की नगर प्रदक्षिणा 6 नवंबर को सायंकाल 4 बजे से आयोजित की गई. उसके बाद 7 नवंबर को काकडा आरती का समारोपन व सायंकाल 4 बजे से अंबादेवी की पूजा होगी.





