अमरावती से लेकर मुंबई तक फैला है नकली नोटों का कारोबार

मुख्य आरोपी मुंबई में भी रह चुका है नामजद

* 4 साल पहले ऑनलाइन फ्रॉड का मामला हुआ था दर्ज
* पुलिस कर रही फरार रहनेवाले मुख्य आरोपी की तलाश
* पकडे गए 3 आरोपियों को कल तक मिला पीसीआर
अमरावती /दि.16- विगत 14 अक्तूबर की बात 9 बजे के आसपास रहाटगांव चौक परिसर में छापामार कार्रवाई करते हुए नांदगांव पेठ पुलिस ने नकली नोट चलाने का प्रयास कर रहे 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जिन्हें गत रोज स्थानीय अदालत के समक्ष पेश किए जाने के बाद उन्हें दो दिन के पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश जारी हुआ. वहीं अब पुलिस इस मामले के मुख्य मास्टर माइंड की सरगर्मी से तलाश कर रही है. जिसके बारे में पता चला है कि, उस मुख्य मास्टर माइंड के खिलाफ करीब 4 साल पहले मुंबई ऑनलाइन फ्रॉड का मामला दर्ज हुआ था. साथ ही वह व्यक्ति मुंबई से लेकर अमरावती तक नकली नोटों का कारोबार करता है और उस मुख्य मास्टर माइंड ने ही पकडे गए तीनों लोगों को अलग-अलग रकम वाली नकली नोटे थमाई थी. जिसके तहत किसी को 20 हजार रुपए और किसी को 7-8 हजार रुपए की नकली करंसी नोटे दी गई थी. जिसके बाद तीनों आरोपी विगत करीब एक सप्ताह से रहाटगांव परिसर की अलग-अलग दुकानों पर जाकर खरीददारी करते हुए नकली नोटे चला रहे थे. परंतु 14 अक्तूबर की रात हर्ष वाईन शॉप नामक दुकान के मालिक व मैनेजर की सतर्कता के चलते तीनों आरोपी पुलिस के हत्थे चढ गए.
बता दें कि, रहाटगांव चौक स्थित हर्ष वाईन शॉप पर तीन लोग 14 अक्तूबर की रात 9 बजे के आसपास शराब खरीदने के लिए पहुंचे थे. जिन्होंने शराब की ऐवज में दुकानदार को नकली नोटे थमा दी थी. जिसकी ओर ध्यान जाते ही दुकानदार ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर भागने का प्रयास कर रहे तीनों लोगों को तुरंत ही पकडा और नांदगांव पेठ पुलिस को इसकी सूचना दी. जिसके बाद नांदगांव पेठ पुलिस ने संचित अरविंद चव्हाण (20, मिलिंद नगर, रहाटगांव), दीपक बाबूलाल खंडारे (32, पंचशील नगर, रहाटगांव) तथा संघरत्न उर्फ सोनू राजेंद्र मोटघरे (36, जुनीबस्ती, रहाटगांव) नामक तीन आरोपियों को अपनी हिरासत में लेने के साथ ही उनके पास से करीब 27 हजार रुपए की नकली करंसी नोटे भी बरामद की. जिसके बाद तीनों आरोपियों ने बताया कि, उनके पास बडी संख्या में नकली नोटे और भी उपलब्ध थी तथा वे विगत करीब एक सप्ताह से रहाटगांव व नांदगांव पेठ परिसर में नकली नोटे चला रहे थे. इन आरोपियों को यही जिम्मेदारी सौंपी गई थी कि, रहाटगांव परिसर में धीरे-धीरे नकली नोटों को चलाना है और अगर उसके बाद सबकुछ ठीकठाक रहा, तो फिर आगे बढना है. इन आरोपियों के जरिए पुलिस को उस व्यक्ति के बारे में भी जानकारी मिली, जिसके जरिए उन लोगों तक नकली नोटों की खेप पहुंची थी. ऐसे में अब पुलिस नकली नोटों का कारोबार करनेवाले कुछ मुख्य मास्टर माइंड की सरगर्मी से तलाश कर रही है. जिसके नाम का खुलासा फिलहाल पुलिस द्वारा नहीं किया गया. हालांकि यह जानकारी जरुर सामने आई है कि, उस व्यक्ति के खिलाफ करीब 4 साल पहले मुंबई ऑनलाइन फ्रॉड का मामला दर्ज हुआ था तथा उसने विगत तीन-चार वर्षों के दौरान मुंबई से लेकर अमरावती तक नकली नोटों का कारोबार फैला रखा है. ऐसे में अब नांदगांव पेठ पुलिस सहित शहर पुलिस की अपराध शाखा द्वारा उस मुख्य मास्टर माइंड की तलाश के लिए अपना जाल बिछाया जा रहा है. जिसकी तलाश में पुलिस के दल रवाना भी हो चुके है.

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