‘एकादशी की महिमा अनन्य ’

माहेश्वरी देवी का प्रतिपादन

* राधाकृष्ण मंदिर में उत्पन्ना एकादशी पर महाआरती
अमरावती/ दि.15 – राधाकृष्ण सेवा समिति द्बारा मार्गशीर्ष माह की उत्पत्ति एकादशी शनिवार को धनराज लेन स्थित राधाकृष्ण मंदिर में उत्साह से मनाई गई. पूज्य माहेश्वरी देवी ने आज की एकादशी का महात्म्य विषद किया. कथा के माध्यम से आपने बताया कि एकादशी व्रत में अनूठी शक्ति हैं. जो भी यह व्रत करते हैं. वे भगवान विष्णु को प्रिय होते हैं. जिस मूर राक्षस को स्वयं भगवान वर्षो और सभी प्रकार के अस्त्र शस्त्र के उपयोग के बाद भी नहीं मार सके, उसे आज ही उत्पन्न एकादशी ने खत्म कर दिया था. जिसके ऐवज में स्वयं भगवान ने एकादशी को वरदान दिया था. अत: एकादशी व्रत नित्य नियम से करने का आवाहन माहेश्वरी देवी जी ने किया. कथा और आरती की सैकडों समाज बंधुओं ने लाभ लिया.
माहेश्वरी देवी का स्वागत राठी, पुष्पा मालानी, संध्या मूंधडा, जसोदा भंसाली, निर्मल बजाज, मंगलाश्री जी ने किया. आज के प्रसादी यजमान गायल माता परिवार, रमण कमल किशोर झंवर, हेमवंती चंपालाल जी हेडा, गोपालदास राम बिलास राठी सायतवाले रहे. ध्वजा यजमान मनमोहन गग्गड थे. आरंभ में मनमोहन जाजू, रवि ओझा, चायल, कमल सोनी और अन्य ने सुंदर भजनों की प्रस्तुति देकर भक्तिपूर्ण वातावरण किया. राधाकृष्ण के विग्रह का सुंदर श्रृंगार सभी को मोहित कर गया. हर कोई अपने मोबाइल हैंडसेट में वह सुंदर अलौकिक छवि लेने आतुर दिखाई दिए.

 

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