लाखो चौरसफुट जमीन पर अतिक्रमण का मुद्दा अधिवेशन में गूंजा

विहीगांव का प्रकरण, विभागीय आयुक्त ने किया जायजा

अमरावती/दि.12- अंजनगांव तहसील के विहीगांव के शहानूर नदी के तट की 1 लाख चौरस फुट से अधिक क्षेत्रफल की जमीन पर शुरू रही कथित रूप से शुरू रही रेत तस्करी तथा गांव का खेल का मैदान समाप्त होने के खतरे को देखते हुए विधायक जी.एम. अभ्यंकर द्बारा नागपुर में जारी विधानसभा अधिवेशन में उठाया गया. पश्चात गुरूवार को विभागीय आयुक्त श्वेता सिंघल ने प्रत्यक्ष इस स्थल का जायजा किया.
10 दिसंबर को विधानपरिषद सदस्य जी.एम. अभ्यंकर ने यह मुद्दा उपस्थित किया था. उन्होेंने शहानुर नदी से सटकर स्थित शुरू रही रेती की तस्करी के कारण नदी के किनारे होनेवाले नुकसान, भुमि पर अतिक्रमण और खेल के मैदान खतरे में आने की गंभीर बात सभागृह में के ध्यान में ला दी. इस सवाल का जवाब देते हुए राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने तत्काल जांच की आवश्यकता मंजूर कर 11 दिसंबर को विभागीय आयुक्त से प्रत्यक्ष संबंधित स्थल का जायजा कर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत किए जाने की घोषणा की थी. इस निमित्त 11 दिसंबर को विभागीय आयुक्त विहीगांव पहुंचे. अपने उच्चस्तरीय संयुक्त जायजे में विभागीय आयुक्त श्वेता सिंघल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजीता मोहपात्र, निवासी उपजिलाधिकारी काकडे, उपविभागीय अधिकारी (दर्यापुर) राजेश्वर हांडे, तहसीलदार पुष्पा योलंके (डाबेराव), पंचायत समिति बीडीओ कल्पना जायभाये, रहिमापुर चिंचोली पुलिस स्टेशन के थानेदार अनंत वडतकर, राजस्व विभाग के मंडल अधिकारी व अन्य कर्मचारी तथा विहीगांव ग्रामवासी बडी संख्या में उपस्थित थे. इस दल ने जमीन का ताबा, रेती उत्खनन, खेल के मैदान की वर्तमान परिस्थिति तथा अतिक्रमण के कारण होनेवाले संभावित खतरे का गहन निरीक्षण किया. जांच के दौरान ग्रामवासियों ने भी अपनी शिकायत रखते हुए रेती की तस्करी के कारण गांव की सुरक्षा को निर्माण हो रहे खतरे बाबत बताया. इस संपूर्ण प्रकरण को विधायक जीएम अभ्यंकर द्बारा विधानपरिषद में उपस्थित किए जाने के कारण गति मिली हैं. विभागीय आयुक्त की तरफ से जल्द ही विस्तृत रिपोर्ट राजस्व विभाग के पास प्रस्तुत की जानेवाली है और दोषियों पर कडी कार्रवाई होने की संभावना व्यक्त की जा रही हैं.

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