हत्यारों का सडक पर उतारा भाईगिरी का भूत
पुलिस में किया क्राईम सीन रीक्रिएट, मामला मंथन हत्याकांड का

अमरावती/दि.23 – रविवार 21 दिसंबर को सडकों पर हंगामा मचाने वाले आरोपियों का जुलूस निकालने के बाद सोमवार 22 दिसंबर को क्राइम ब्रांच पुलिस ने मंथन पालनकर हत्याकांड मामले में गिरफ्तार 8 आरोपियों को सडक पर उतारते हुए अलग-अलग जगह लेकर जाकर उनका जुलूस निकाला गया. इस समय पुलिस ने क्राईम सीन रीक्रिएट भी किया. जहां आरोपियों ने मंथन की हत्या की साजिश रचने से लेकर घटनास्थल पर हथियार लेकर पहुंचने तक सारे मामले की जांच की.
बता दें कि शुक्रवार 19 दिसंबर की दोपहर को नांदगांवपेठ थाना क्षेत्र में मंथन की साजिश रचते हुए निर्मम हत्या कर दी गई थी जिसके बाद मृतक के सहयोगियों ने शहर की सडकों हंगामा मचाते हुए जमकर तोडफोड की थी. गिरफ्तार सभी आरोपियों का राजापेठ पुलिस ने रविवार को जुलूस निकाला. वहीं दूसरे और मंथन हत्याकांड मामले में क्राईम ब्रांच पुलिस ने मास्टरमाइंड यश नामदेवराव पन्नासे के अलावा हर्षद उर्फ गुड्डू मनोज रामटेके, ओम जितेंद्र भलावी, आकाश गजानन तुपटकर और प्रतीक ज्ञानेश्वर देवुडकर सहित 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. सोमवार 22 दिसंबर की शाम को क्राईम ब्रांच पुलिस के निरीक्षक संदीप चव्हाण, नांदगांव पेठ के पुलिस निरीक्षक दिनेश दहातोंडे आदि कर्मचारियों के मार्गदर्शन में सभी आठा आरोपियों की बारात निकाली गई. चवरे नगर के गणेश गार्डन से लेकर गोपाल नगर होते हुए पंचवटी चौक तक आरोपियों का सडक पर उतारकर उनका सुलूस निकाला गया.
बता दें कि सोमवार को पुलिस द्बारा आरोपियों को साथ लेकर मंथन हत्याकांड को लेकन सीन रिक्रिएट किया गया. जिसमें आरोपियों ने कब एक दूसरे से मुलाकात करते हुए मंथन की हत्या को लेकर चर्चा की. कहां-कहां बैठकर आरोपी की हत्या को लेकर षडयंत्र रच रहे थे. इसके अलावा हत्या के दिन आरोपी कहां से और कब घटनास्थल की तरफ रवाना हुए. वहां से आरोपी की मार्ग से फरार हुए आदि सभी मामलो को लेकर जांच की गई.
* जहां करते थे भाईगिरी, वहीं उतारी मस्ती
सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार अधिकांश आरोपी गोपाल नगर परिसर के रहनेवाले हैं. वह जहां खडे रहकर भाईगिरी करते हुए दहशत मचाते थे उसी चौराहे पर सोमवार 22 दिसंबर की शाम क्राईम ब्रांच के निरीक्षक संदीप चव्हाण के नेतृत्व में इन आरोपियों को ले जाकर उनकी मस्ती उतारी गई. तमाशबिनो की इस अवसर पर भारी भीड जमा हो गई थी.





