पारदर्शक चुनाव को लेकर मनपा आयुक्त का दावा झूठा

पूर्व पार्षद मुन्ना राठोड व कांग्रेस पदाधिकारी समीर जवंजाल का आरोप

* मतदाता सूची में गंभीर अनियमितता व चुनाव में सत्तापक्ष हस्तक्षेप रहने की बात कही
अमरावती/दि.19 – मनपा के आगामी चुनाव के लिए तैयार की गई मतदाता सूची को लेकर नागरिकों में जबरदस्त असंतोष है. क्योंकि प्रारुप मतदाता सूची की तुलना में अंतिम मतदाता सूची में मतदाताओं की संख्या आश्चर्यजनक तरीके से बढी हुई दिखाई दे रही है. साथ ही एक ही पते पर सैकडों मतदाताओं के नाम दर्ज रहने को लेकर उठाई गई आपत्तियों के बावजूद कोई बदलाव न करते हुए अंतिम मतदाता सूची को जारी कर दिया गया. जिसका सीधा मतलब है कि, निर्वाचन संबंधी कामों में सत्ताधारी दल द्वारा जमकर हस्तक्षेप किया जा रहा है. ऐसे में चुनाव को निष्पक्ष एवं पारदर्शक तरीके से कराए जाने को लेकर मनपा आयुक्त की ओर से किया जानेवाला दावा पूरी तरह से झूठा है, इस आशय का प्रतिपादन पूर्व पार्षद मुन्ना राठोड तथा कांग्रेस पदाधिकारी व जिला ग्राहक मंच के सदस्य समीर जवंजाल द्वारा आज यहां बुलाई गई पत्रवार्ता में किया गया.
इस पत्रवार्ता में मुन्ना राठोड व समीर जवंजाल ने कहा कि, अलग-अलग प्रभागों को लेकर तैयार मनपा की मतदाता सूचियों में एक-एक पते पर 45 से 200 मतदाता पंजीकृत रहने की जानकारी सामने आई थी. जिसे लेकर नागरिकों सहित कई पूर्व पार्षदों द्वारा आपत्ति व आक्षेप दर्ज कराए जाने के बावजूद उन तमाम त्रुटियों को जस का तस कायम रखा गया. जिसका सीधा मतलब है कि, मनपा के कई अधिकारी राजनीतिक, विशेषकर सत्तापक्ष के दबावतले काम कर रहे है और चुनाव बिल्कुल भी निष्पक्ष एवं पारदर्शक तरीके से नहीं होने जा रहा.
इसके साथ ही इस पत्रवार्ता में मुन्ना राठोड व समीर जवंजाल ने यह आरोप भी लगाया कि, नवसारी स्पोर्टस् कॉम्प्लेक्स की जगह क्रीडा संबंधी गतिविधियों एवं खेलकूद के लिए आरक्षित रहने के बावजूद वहां पर नियमबाह्य पद्धती से कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाया गया है. जिसकी जांच इस समय सरकारी स्तर पर शुरु रहने के बावजूद उसी जगह पर नियमबाह्य तरीके से मतगणना केंद्र बनाया जा रहा है. जिसे लेकर उठाई गई आपत्तियों की भी अनदेखी की जा रही है. इसके अलावा इस पत्रवार्ता में यह भी कहा गया कि, कई मतदाताओं के नाम अलग-अलग प्रभागों में स्थलांतरित हो जाने के चलते प्रत्यक्ष मतदान वाले दिन मतदाताओं को काफी दौडभाग करनी पड सकती है और उन्हें मतदाता सूची में अपना नाम खोजने से लेकर मतदान करने के लिए काफी असुविधाओं व दिक्कतों का सामना भी करना पड सकता है. जिससे नागरिकों में असंतोष पैदा होकर भविष्य में बडे पैमाने पर जनआंदोलन भी खडा हो सकता है. अत: प्रशासन द्वारा इस पूरे मामले को लेकर समय रहते ध्यान दिए जाने की सख्त जरुरत है.

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