थर्टी फर्स्ट के जश्न के साथ मकरसंक्रांत की मिठास भरा होगा मनपा चुनाव
पुराने साल में भरेंगे फार्म, नए साल में मिलेगा नगरसेवक

* पूर्व पार्षदों के अलावा इच्छुक जुटे जनसंपर्क बढाने में
अमरावती/दि.16 -बीते 2017 के बाद लंबे अरसे के इंतजार के बाद अंततः चुनाव आयोग ने विगत सोमवार को मनपा चुनाव का ऐलान कर दिया. जिस घडी का इंतजार सभी राजनीतिक दल एवं इच्छुक उम्मीदवार और पूर्व पार्षद कर रहे थे, वह समय आ चुका है. जहां 15 जनवरी को मनपा चुनाव का मतदान होगा. वहीं 16 जनवरी को मतगणना होगी. जिसके चलते यह बात तय है कि पुराने साल में इच्छुक पार्षदों को फार्म भरने होंगे, और नये साल में मनपा को नगरसेवक प्राप्त होंगे.
मनपा चुनाव लडनेवाले इच्छुकों को 23 दिसंबर को आवेदन भरने की प्रक्रिया तय कर दी गयी है. इसके अलावा 30 दिसंबर तक आवेदन भरने की अंतिम प्रक्रिया घोषित की गई है. साथ ही आवेदन पर्चे की भरने की जांच पडताल 31 दिसंबर को होगी, वहीं 2 जनवरी को आवेदन पर्चे पीछे लिए जाने की तिथि तय की गयी है, वहीं चुनाव चिन्ह 3 जनवरी को वितरित किए जाएंगे और 15 जनवरी 2026 को यानि नये साल में मतदान होगा और 16 जनवरी को मतगणना होगी. इस बार 22 प्रभागों में 87 पार्षद चुनकर जाएंगे. जिने से अधिकतर महिला पार्षदों की संख्या होगी. क्योंकि 22 प्रभागों में यानि 87 सीटों में 47 जगह सामान्य के लिए तय करने के बाद उनमें 23 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई है. वहीं अनुसूचित जाति के लिए 15, अनुसूचित जनजाति के लिए 2 और नागरिक पिछडावर्गीय के लिए 23 सीटें आरक्षित की गई हैं. यानि ओबीसी के लिए 23, एससी के लिए 15 और एसटी के लिए 2 सीटें आरक्षित की गई हैं.
इच्छुकों का प्रचार शुरु
विगत सोमवार को शाम 4 बजे जैसे ही चुनाव आयोग द्वारा मनपा चुनाव का ऐलान किया गया और चंद घंटों में ही सोशल मीडिया पर इच्छुक उम्मीदवारों की भरमार सामने आने लगी. अब तक मनपा चुनाव के तारीखों के ऐलान का इंतजार कर रहे कई पूर्व पार्षद तथा इच्छुक उम्मीदवारों ने अपना प्रचार-प्रसार तेज कर दिया है. ‘भाउ-बघजा यावेळी मी आहे’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर इच्छुक उम्मीदवारों ने अचानक लोगों से संपर्क बनाना शुरु कर दिया है. देर शाम होते ही चौक-चौराहों पर पूर्व पार्षद, इच्छुक उम्मीदवार जनता के समक्ष नजर आ रहे हैं.

* मिठास से भरे शब्दों में दिखेगी राजनीतिक लहर
घोषित की गई चुनाव प्रक्रिया में बारिकता से ध्यान दिया जाए तो इस बार बढ़ती ठंड में राजनीतिक उठापटक और ’पॉलिक्रिकल’ ठंड के 31 के बाद भी जमकर जश्न मनाने का दौर शुरु रहेगा. दिसंबर माह के अंतिम दिन यानि 31 दिसंबर को जमकर राजनीतिक जाम टकराएंगे, वहीं नए वर्ष के शुरुआत में ही सबसे पहले धार्मिक एवं महत्वपूर्ण पर्व माने जानेवाले संक्रांत की शुरुआत होने के चलते मिठास से भरे शब्दों में राजनीतिक लहर देखी जाएगी, यानि इस चुनाव में संक्रांत के मिठास के साथ साथ राजनीतिक जाम भी जमकर टकराते हुए नजर आएंगे.





