अमरावती के नए पुलिस आयुक्त राकेश ओला हैं सख्त
सख्त कार्रवाई से रहती हैं अपराधियों में दहशत

अमरावती/दि.15 – भारतीय पुलिस सेवा (आयपीएस) के सख्त, ईमानदार और जमीन से जुड़े अधिकारी के रूप में पहचाने जाने वाले आयपीएस राकेश ओला ने अपने कार्यकाल में अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक कार्रवाइयां करके एक अलग पहचान बनाई है. 2012 बैच के आयपीएस अधिकारी राकेश ओला ने पुलिस सेवा में आने से पहले राजस्थान न्यायिक सेवा में न्यायिक मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य किया. न्यायपालिका से पुलिस सेवा तक का उनका सफर प्रशासनिक समझ और कानूनी दक्षता का उत्कृष्ट उदाहरण है.
महाराष्ट्र में उनकी पहली पोस्टिंग श्रीरामपुर क्षेत्र में हुई, जहां उन्होंने सक्रिय इरानी गिरोह पर सख्त कार्रवाई करके अपराध की जड़ों पर प्रहार किया. इसके बाद नागपुर में पुलिस उपायुक्त और नागपुर ग्रामीण जिला पुलिस अधीक्षक के रूप में तैनाती के दौरान अंतर-राज्यीय चोर गिरोह, अवैध तस्करी और संगठित अपराध पर कड़े अभियान चलाए. 2012 बैच के आयपीएस अधिकारी राकेश ओला पहले राजस्थान में न्यायिक मजिस्ट्रेट, फिर आयपीएस बने. इरानी गिरोह और अंतर-राज्यीय अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई नागपुर ग्रामीण एसपी रहते की. एसीबी में उल्लेखनीय कार्य तकनीकी जांच से 121 चोरी हुए मोबाइल फोन बरामद कर नागरिकों को लौटाए. उत्कृष्ट सेवा के लिए 2025 में चयन श्रेणी में पदोन्नति हुई. हालिया तबादले में मुंबई में पुलिस उपायुक्त के रूप में तैनात रहें. नागपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक रहते हुए उनकी अगुवाई में तकनीकी जांच के जरिए 121 चोरी हुए मोबाइल फोन बरामद कर नागरिकों को वापस किए गए, जिसकी जनता ने खूब सराहना की. भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाते हुए उन्हें नागपुर में एंटी-करप्शन ब्यूरो का अधीक्षक भी बनाया गया, जहां संवेदनशील मामलों की जांच करके प्रशासनिक पारदर्शिता को मजबूत किया. उत्कृष्ट सेवाओं और प्रभावी नेतृत्व के लिए 2025 में उन्हें खझड की चयन श्रेणी में पदोन्नति मिली. हालिया तबादलों में वे मुंबई में पुलिस उपायुक्त के रूप में तैनात हैं, जहां महानगर की कानून-व्यवस्था संभालने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहे हैं. आयपीएस राकेश ओला की कार्यशैली में कानून का सख्त पालन, जनता के प्रति संवेदनशीलता और अपराधियों के प्रति कठोर रवैया साफ झलकता है. यही वजह है कि वे पुलिस विभाग के साथ-साथ आम नागरिकों में भी विश्वास का प्रतीक बन चुके हैं.





